जिला खनिज अधिकारियों की शह में चल रहा सफ़ेद रेत का काला कारोबार जहाँ स्वीकृति वहां से नही निकल रही रेत…विलुप्त हो रहे जलीय जीव जंतु

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रेवांचल टाईम्स – मंडला जिले में इन दिनों रेत माफियाओं ने तांडव मचा रखा हुआ है जहाँ लग रहा वहां पर बड़ी बड़ी मशीनें लगा कर खोद रहे है जिले में स्वीकृत खदानों से रेत कम निकाली जा रही हैं।

रेत के अबैध कारोबार पर नकेल कसने में नाकाम खनिज विभाग

जिले में लगभग 26 रेत की खदानें स्वीकृत है पर उन अधिकाँश खदानों में रेत की मात्रा बहुत कम हो चुकी है क्योंकि सब खदानें बन्द थी तब भी जिला खनिज विभाग की मेहरबानी से धड़ल्ले से रेत की निकासी जारी थी क्योंकि विभाग को ऊपर का हिस्सा समय समय पर मिल रहा था जिस कारण से वह हर नदी नाला जिसमे प्राकृतिक की देन से रेत से भरी हुई है उन जगहों पर रेत चोरों ने अपनी बकैती समझ और जिम्मेदार विभागों के साथ साठगांठ कर दिन रात रेत की निकासी की गई जिससे शासन को लाखों का राजस्व का नुकसान हुआ पर किसको क्या जिनको हिस्से दारी मिलनी थी उनको मिल रही थी उनका जेब भर रहा था और सरकार का नुकसान लगातार हो रहा था।

खनिज विभाग के पास नही है भरपूर स्टाप इसलिए नहीं रुक रही रेत की चोरी,

वही जब इस संम्बध में जिला खनिज अधिकारी से बात हुई तो उनका कहना था कि हमारे पास स्टाप की कमी है और हमसे ज्यादा नेटवर्क रेत चोरों का है और ऑफिस के बाहर सड़को में उनके गुर्गे हम पर निगरानी करते रहते है कि हम कहाँ जा रहे है हमारी गाड़ी कहा जा रही है किस ओर जा रही है हमारे पहुँचने से पहले ही उस नदी में गाड़ियां नही मिल पाती है जहाँ पर सूचना होती है और समय समय पर हम कार्यवाही भी करते हैं।

जहाँ की रेत ठेकेदार की मिली स्वीकृति वहाँ से नही निकल रही रेत

वही भवरदा,बम्हनी हो भुआ बिछिया हो या फिर घुघरी मोहगांव हो हर रेत खदानों से जो ठेकेदार को स्वीकृत कर दी गई है, रेत ठेकेदार उन रकबा से रेत नहीं निकल रहा है बल्कि दूसरे रखवा से रेत का खनन करने नदी के अंदर बड़ी बड़ी मशीनें उतार कर धड़ल्ले से रेत की निकासी कर रहा है और उस जगह से रेत नही निकाली जा रही है जहाँ पर अनुमित दी गई है।

रायल्टी नही केवल गेट पास से जिले में औऱ जिले से बाहर जा रही रेत

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन जिन खदानों से रेत खनन करते हुए निकासी की जा उन पर केवल गेट पास दिया जा रहा रायल्टी नहीं दी जा रही जब भी कोई रेत का डंफर हो या फिर ट्रैक्टर हो सब को केवल ठेकेदारों के द्वारा गेट पास दिया जा रहा है उनके पास रॉयल्टी नही होती है और जब उनसे जानकारी ली जाती है तो उन वाहन चालकों के कहना होता है कि ठेकेदार के मुनीमों ने हमे यही दिया है और हमे इसे ही लेकर हर जगहों पर रेत का परिवहन कर रहे है कोई भी पकड़ता है पुलिस हो या फिर खनिज विभाग सब को हम यही पर्ची दिखा देते तो वह हमें जाने देते है अब सवाल उठाता की जो रायल्टी जिला खनिज कार्यालय से ठेकेदारो की दी गई है उसका उपयोग कहाँ ओर कैसे हो रहा है और खनिज विभाग और रेत ठेकेदार शासन को लाखों करोड़ों का चूना लगा रहे है और ये सब निजी स्वार्थ के चलते चल रहा इस ओर आखिरकार जिले की मुखिया कब ध्यान देंगी औऱ कब तक इन अबैध रेत चोरों से गांव वालों को राहत की सांस लेने को मिल पायेगा

नदी के अंदर ठेकेदार ने उतार दी बड़ी बड़ी मशीनें जलीय जीवों पर मंडरा रहा ख़तरा

जिस तरह से रेत की निकासी बड़ी बड़ी मशीनों से बीच नदियों के बीच मे लगा कर रेत का खनन की जा रहा है, इससे आने वाले समय में न नदी रहेगी और न ही जलीय जीव क्योंकि ठेकेदार को केवल रेत से मतलब है न कि मछली, झिगा, औऱ अन्य जीव जंतुओं से आज इस रेत के कारण नदी नालों का अस्तित्व ख़तरे में नजर तो आ ही रही है साथ ही जलीय जीव जंतु भी विलुप्त की कगार में पहुँच चुके है और इसकी चिंता न रेत ठेकेदार को है और न ही खनिज विभाग को और पर्यावरण विभाग भी कोमे में नजर आ रहा हैं औऱ रेत ठेकेदारों के द्वारा जिस तरह से रेत निकालने के लिए नदी नालों में अत्याचार किया जा रहा वह बड़ा निंदनीय है और जिम्मदारों ने इस और देखना तक मुनाशिव नही समझ रहे हैं और धीरे धीरे रेत के साथ साथ इन नदियों में पानी के लिए भी तरसना पड़ेगा आज ऐसे भी बहुत से नदी नाले सूखने की कगार में पहुँच चुके है क्योंकि जिस तरह से प्राकृतिक और पर्यवरण के साथ छेड़खानी की जा रही है वह दिन दूर नही जा जब लोग पानी के लिये मोहताज रहेगें।

खनिज विभाग की लापरवाही से लोग हो रहे है हलकान

वही इन रेत के अबैध कारोबारियों ने रेत निकासी के लिए खदानों के आसपास के गांव वालों का जीना दूभर हो चुका जिस तरह से बड़े बड़े डंफरो से दिन रात गाँव की गलियों से होकर निकल रहे है जिससे गांव वालों के बनाई गई प्रधानमंत्री सड़को का बुरा हाल हो चुका है सड़के पूरी तरह से खराब हो चुकी है क्योंकि पानी के अंदर से डंफरो से पानी सहित रेत भरा जा रहा जो कि सड़कों में रेत का पानी गिरते हुए जा रहा है और ओवर लोड डंफरो की धमाचौकड़ी से ग्रामीण लोगो का जीवन दूभर हो चुका है इन्हें लगता है जो ये सड़कों यमदूतों की तरह बेलगाम रेत भर भर के निकल रहे कही किसी दिन हमारे या हमारे बच्चों का जीवन न ले लें पर शिकायत करें भी तो कहाँ क्योंकि आज ये बात जिला प्रशासन से तो छुपी नही है कि बेबाक़ तरीके से रेत के ओवर लोड डंफरो ने पूरे जिले की सड़कों दौड़ रहे है न पुलिस विभाग कुछ कर पा रहा है और न ही राजस्व विभाग और खनिज विभाग के अधिकारियों ने तो पहले ही अपने हाथ खड़े कर दिए इन रसूखदारों के खिलाफ कुछ कार्यवाही करने को लेकर अब बहुत जल्द जनता ही सड़को जब उतर जायेगी या फिर कोई बड़ी घटना दुर्घटना घट जाऐगी तब जाकर जिम्मेदार विभाग जागेंगे औऱ फिर कुछ न कुछ कार्यवाही हो सकती हैं।

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