साइबर ठगों ने सैलून कर्मचारियों को किया डिजिटल अरेस्ट
डीआईजी की मदद से बचा युवक
साइबर ठग अब कम पढ़े-लिखे लोगों को निशाना बनाने में जुट गए हैं। ऐसा ही एक मामला शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में सामने आया जहां साइबर ठगों ने सैलून के एक कर्मचारी को पुलिस अधिकारी बताकर झांसे में लिया और 5 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा। दोबारा पैसे की मांग किए जाने पर उसने अपने सैलून मालिक से मदद मांगी तो राज खुला। तब तक 14 हजार रुपए धमकाकर खाते में ठग ने जमा करवा लिया था। पुलिस ने खाता फ्रीज कराकर सात हजार रुपए सीज करा दिया है। पुलिस के अनुसार सिविल लाइंस स्थित एक सैलून में काम करने वाले पवन कुमार कापसे को शुक्रवार सुबह 11 बजे एक फोन आया। बात करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया। पवन से पवन ये कहा कि उसके मोबाइल से एक ऑनलाइन साइट पर आपत्तिजनक वीडियो कॉल किया गया है। इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कथित पुलिस अधिकारी ने मामला निपटाने के लिए आर्थिक स्थिति पूछी और 14 हजार 500 रुपए ऑनलाइन खाते में जमा करवा लिए। धमकी दी कि कहीं वह जाए नहीं। कुछ घंटे बाद दूसरी फाइल का हवाला देकर 24 हजार रुपए मांगे गए इसको लेकर पीड़ित युवक डीआइजी टीके विद्यार्थी से मिला और घटना के बारे में बताया। पवन से नम्बर लेकर जब उन्होंने साइबर ठग को कॉल किया तो वह डिस्कनेक्ट कर स्विच ऑफ कर दिया। डीआइजी विद्यार्थी ने तत्काल साइबर सेल को डिटेल भेजकर खाता फ्रीज कराने का निर्देश दिया। बताया गया है कि खाता फ्रीज कर पवन के सात हजार रुपए बचा लिए।