एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सेमरखापा में छात्राओं के साथ जातीय जिला कलेक्टर को बताया छात्राओं ने बताया आपबीती…
रेवांचल टाईम्स – मण्डला जिला मुख्यालय के नजदीक आला-अधिकारियों के निगरानी में होने के बावजूद भी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सेमरखापा में आये दिन हो रहे बच्चों के साथ जातीय तथा छात्रावास में भ्रष्टाचार का मामला सुर्खियों में बना हुआ है।
वही जानकारी के अनुसार एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य जी एल कांवडे़ को इसके पहले भी लापरवाही तथा भ्रष्टाचार का दोषी पाकर जिला कलेक्टर द्वारा कांवडे़ का इंक्रीमेंट पर रोक लगाया एवं मामले में दोषी ठहराया गया बावजूद इसके लापरवाहियों ने अपना रुआब नहीं बदला बल्कि होंसले बुलंद होते जा रहे हैं।
शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सेमरखापा में विगत दिवस दिनांक 28/02/2024 का मामला सामने आया है जिसमें छात्राओं द्वारा छात्रावास के प्राचार्य एवं अधीक्षिका से पीड़ित होकर जिला कलेक्टर को उनकी शिकायत की गई, वहीं जान जोखिम में डालकर छात्राओं ने बड़ी मुश्किल से अपनी आपबीती तथा प्राचार्य की जातीय का किस्सा जिला कलेक्टर महोदय के समक्ष रखा।
सहायक आयुक्त द्वारा छात्राओं की समस्या देखते हुए दिया गया फोन नंबर
वही छात्राओं का कहना है कि प्राचार्य एवं अधीक्षिका द्वारा हमें आये दिन पीड़ित किया जा रहा है इसकी जानकारी हमने पहले भी हमारे अधिकारियों तथा पालकों को दिया है जिसके चलते जांच में स्वयं सहायक आयुक्त महोदय छात्रावास आये थे, परन्तु प्राचार्य एवं अधीक्षिका द्वारा हमें उनसे नहीं मिलने दिया गया, ताकि हम सच्चाई की जानकारी और उनके द्वारा किए गए जातीय एवं अत्याचार का खुलासा नहीं कर सके परन्तु सहायक आयुक्त महोदय स्वयं हमें अपना व्यक्तिगत मोबाइल नंबर दे कर गये थे ताकि कोई भी समस्या हो तो तत्काल सुचित किया जावे।
प्राचार्य एवं अधीक्षिका की लापरवाही से रात में बाहरी लड़कों का हो रहा प्रवेश
छात्राओं द्वारा दी गई जानकारी अनुसार रात में पीछे के दीवार से बाहरी लडके छात्रावास में आकर छात्राओं के साथ छेड़खानी करते हैं,जिसकी जानकारी प्राचार्य एवं अधीक्षिका को दी गई है, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सेमरखापा में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं बावजूद इसके जिम्मेदारों द्वारा जानबूझकर लापरवाही बरतने का कारण क्या है,यह खुद में एक बहुत बड़ा सवाल है।छात्राओं द्वारा अनेकों दफा उक्त मामले को लेकर प्राचार्य एवं अधीक्षिका से शिकवा-शिकायत किए जाने के बावजूद उनकी खामोशी को देखते हुए मजबूरन उन्हें छात्रावास से मण्डला जाकर जिला कलेक्टर महोदय को यह आपबीती बताई गई है। छात्राओं द्वारा प्राचार्य एवं अधीक्षिका की करतूतों को बताने जब मण्डला जाने का यह कदम उठाया गया तो प्राचार्य द्वारा उन्हें रोकने हेतु उनका पीछा किया गया परन्तु नियमावली के तहत डायल 100 एवं नजदीकी पुलिस थाना तथा अपने आला-अधिकारियों को सूचना नहीं दी गई कारण इसलिए कि उनके द्वारा पुलिस एवं आला-अधिकारियों को सूचना देने से उनके द्वारा छात्राओं पर की जा रही जातीय एवं रात में आने वाले बाहरी लड़कों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किए जाने की पोल खुल जाएगी, छात्रावास में बच्चों की सुरक्षा हेतु चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं बावजूद इसके जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते बच्चों की जिंदगी ख़तरे में है इसके पहले भी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सेमरखापा से एक छात्रा के गायब होने का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। प्राचार्य जी एल कांवडे़ को उनकी लापरवाहियों का दोषी पाते हुए उनके खिलाफ अनेकों दफा वैधानिक कार्यवाही की जा चुकी बावजूद इसके प्राचार्य जी एल कांवडे़ की हरकतों एवं लापरवाहियों में कोई बदलाव नहीं आया है।अब देखना
यह है कि शासन-प्रशासन द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए क्या कार्यवाही किया जाता है या फिर भ्रष्टाचारी के चलते आला-अधिकारियों एवं जिम्मेदारों द्वारा मामले को बंद तिजोरी में रखकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाएगा तथा अगले सत्र में भी छात्राओं को उनके इस लापरवाह तथा भ्रष्टाचारी प्राचार्य एवं अधीक्षिका की जातीयता का सामना करना होगा, इसके पहले भी विगत दिनों समाचार पत्रों में हरदा जिले का एक मामला सामने आया था जिसमें छात्रावास की छात्रा अपने प्राचार्य द्वारा परेशान एवं दुष्कर्म किए जाने से पीड़ित होकर आत्महत्या कर ली थी।
इनका कहना है—
मैने छात्राओं की समस्या को देखते हुए उन्हें अपने स्वयं का व्यक्तिगत मोबाइल नंबर देकर आया हुं।
एल.एस. जगत
सहायक आयुक्त आदिवासी
विकास विभाग मण्डला।