जबलपुर – दबंगों ने मुक्तिधाम में नहीं होने दिया दलित का अंतिम संस्कार #dindianews #jabalpurnews
दबंगों ने मुक्तिधाम में नहीं होने दिया दलित का अंतिम संस्कार संविधान के तहत नहीं मिल रहा दलितों को अधिकार दलितों ने शासन प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप चपौद तहसील पाटन का मामला
जबलपुर केद्र सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव दलितों को अधिकार देने की बात करते हैं। लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते दलितों को अधिकार नहीं पा मिल पा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां पर दबगों द्वारा दलित व्यक्ति का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में करने से रोक दिया गया। पाटन तहसील अ॑तर्गत सपौद ग्राम में दबगों ने श्मशान घाट पर कब्जा कर दलित परिवार के सदस्य की मौत होने पर लोगों को मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने से रोक जा रहा है।वही शासकीय भूमि पर भी अंतिम संस्कार को लेकर ऊॅची जाति के लोगों ने आपत्ति कर अंतिम संस्कार नहीं होने दिया।।जिसको लेकर मृतक के भाई पूर्व सरपंच दौलत अहिरवार का कहना है कि 4 महीने पहले तहसीलदार को आवेदन दिया गया था । जिस में दलितों के लिए अलग से शासकीय भूमि आ॑वटित कर शमशान घाट बनाने की मांग की गई थी जिसके बाद भी आज तक तहसीलदार द्वारा को भी कार्रवाई नहीं कि गई है।। बाइक इस मामले को लेकर डी इंडिया न्यूज़ के संवाददाता अजय अहिरवार ने जब तहसीलदार से फोन पर बात की तो तहसीलदार ने अपना पल्ला झाड़ का जनपद पंचायत सीईओ के ऊपर पूरा मामला डाल दिया।
प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी उच्च नीच जात पात को लेकर विवाद की स्थिति बन जाती है। प्रदेश सरकार केवल घोषणा करती है जिसे दलितों को संविधान के तहत् अधिकार आज तक प्राप्त नहीं हो रहे हैं ।।