भवानी की कहानी बनी दिव्यांगों के लिए प्रेरणाबिना हांथों के

अपने पैरों द्वारा लिख रही अपनी किस्मत

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भवानी की कहानी बनी दिव्यांगों के लिए प्रेरणाबिना हांथों के

अपने पैरों द्वारा लिख रही अपनी किस्मत

हम आपको एक ऐसी युवती की कहानी बताते हैं जिसका नाम है भवानी यादव यह जन्म से ही हैंडीकैप है । भवानी के दोनों हाथ नहीं है यह अपना सारा दिनचर्या का काम पढ़ाई लिखाई सब अपने पैरों से ही करती है । साहसी महिलाएं और युक्तियां को आपने बहुत देखा होगा । लेकिन भवानी यादव ऐसी बहादुर लड़की जो आज वह अपने पैरों पर खड़ी है पैरों के माध्यम से भवानी अभी बी टेक की पढ़ाई कर रही है। जहां उसने सरकारी नौकरी पाने के लिए अलग-अलग जगह पर फार्म भी सबमिट किया है । वही भवानी ने बताया कि नगर निगम में विकलांग कोटि की नौकरी के लिए पिछले 1 साल पहले फॉर्म भरा था पर अभी तक उसका कहीं आता-पता नहीं है वह कहती है कि मैं कॉलेज में पढ़ाई करती हूं कभी मुझे अपने हाथ नहीं होने का एहसास नहीं होता है साथ ही कॉलेज के प्राचार्य छात्र और क्लास टीचर उनका सपोर्ट करती हैं सबसे बड़ी बात यह है कि भवानी का कहना है कि सरकार की विभिन्न योजनाएं चल रही है पर अभी तक उनका कोई भी शासकीय योजना का लाभ नहीं मिला है बाइट भवानी यादव वी ओ 2 वही भवानी की मां का कहना है कि भवानी के पैदा होते ही दोनों हाथ नहीं थे मैं बहुत व्याकुल और परेशान हुई कि यह कैसे काम करेगी अपना जीवन यापन कैसे करेगी पर मैं इसके साथ मदद कर बनाकर का इसको आज अपने पैरों पर खड़ा की हूं यह मेरा पूरा हाथ बताती है चाहे खाना बनाने की बात हो या अन्य काम करने की बात तो यह मेरे साथ पूरा समय

जबलपुर से दिनेश चौधरी की रिपोर्ट

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