सरपंच/उपसरपंच को धारा 40 से हटाओ ग्राम धनुवासागर बचाओ ग्रामीणों की मांग ग्राम धनुवासागर सरपंच और उपसरपंच की चल रही दबंगई…

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रेवांचल टाईम्स – ग्रामीणों की शिकायत पर नही हो रही है कार्यवाही, भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद…

डिंडोरी जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम पंचायत धनुवासागर ग्रामवासियों एवं पंचो के द्वारा जिले के कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचयत को लिखित में शिकायत की गई है। दिनांक 16.01.2024, 25.01.2024, 29.01.2024, 30.01.2024 तथा 29. 02.2024 को शिकायत की गयी किन्तु जाँच नहीं हुई ।

पंचायत मे लगाये जा रहे हैं फर्जी बिल-

पूर्व सरपंच वर्तमान में उपसरंपच के पद पर है और पत्नी सरपंच है, ब्रजमोहन ग्राम पंचायत का चपरासी के पद में नहीं है लेकिन इनके नाम से बिल तैयार कर बिल अलग-अलग जिसकी राशि 33000/- रूपये का बिल लगा है पावती में हस्ताक्षर नहीं है। अशोक धुर्वे स्वयं के खाता में शौचालय मंद की राशि 44500/- 36000/-, 12000/- एवं 48000/- रूपये तथा अन्य राशि 20000/- रू. ये सभी राशि स्वयं के खाता में राशि डालकर निकाला गया है। यह राशि हितग्राहीयों के खाता में क्यों नहीं डाला गया है। और ये हितग्राही कौन-कौन है सरपंच से पूंछा जाये, इस प्रकार राशि का दुरूपयोग किया गया है। साथ ही वर्ष 2021 में आनन्द ट्रेडर्स के नाम से बिल लगा है लेकिन बिल में दिनांक नहीं शौचालय के 20700/- रूपये लोहा के नाम से बिल लगा है क्या ये सही है या नहीं।

सरपंच के संगे मित्र के नाम से शौचालय मद की राशि मल्ले मेट के खाता में राशि डाला गया है जिसकी राशि 52000/- रू. 84000/- 60000/- एवं 24000/- रूपये है मल्ले के खाता में राशि दिया गया है मेट कोई सप्लायर नहीं है मेट किन-किन हितग्राहियों के घर पर शौचालय बनाया है कि नहीं पूंछा जाये। इस प्रकार शासन की राशि को बदरबाट किये है।

सरपंच/उपसरपंच के द्वारा बिना स्थल में कार्य हुए वर्तमान सचिव को फर्जी बिल तैयार कर सरपंच/उपसरपंच द्वारा दिया गया जिसकी राशि 45000/- रू. 54000/- रु. 26000/- का है कोई कार्य नहीं किया गया उक्त बिल की राशि आहरण करने में सचिव सहमत नहीं हुआ तब से सरपंच/उपसरपंच तथा मेट के साथ मिलकर सचिव के विरूद्ध शिकायत करते रहते है।

सरपंच/उपसरपंच के द्वारा धनराज मटेरियल सप्लायर एवं निर्मल पाराशर मटेरियल सप्लायर है। लेकिन इनके नाम से 26 जनवरी एवं 15 अगस्त के नाम से 15000/- रूपये एवं 19900/- रूपये का बिल लगा है. ईट, गिट्टी वाले सप्लायर के पास क्या समान मिल सकता है विचार किया जावे। ऐसे फर्जी बिल लगे है।
नल जल ऑपरेटर मारू सिंह के नाम से बिल लगे हैं लेकिन बिल में प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर नहीं मारू सिंह को वर्ष 2000 से 23 तक का भुगतान नहीं किया गया है लेकिन 36000/- रूपये का बिल लगा है। जो अलग-अलग बिल है मारू सिंह से पूंछने पर पता चला है कि क्या सही हो सकता है।

वही ग्राम पंचायत धनुवासागर में सार्वजानिक कार्य 03 स्वीकृत है 46 मेढ़बंधान स्वीकृत है। 3 पशु शेड स्वीकृत है कुछ कार्य प्रगतिस्त् है। लेकिन सरपंच/उपसरपंच द्वारा कार्यों के मस्टररोल जारी करने पर रोक लगाई जाती है जिससे लेवर बजट कम है जिसकी जानकारी रोजगार सहायक एवं सचिव द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
ग्राम पंचायत में कन्टूर टेंच जंगल के किनारे ग्राम लाखो में स्वीकृत है उक्त कार्य के मस्टररोल क्र.27626 से 27637 तक के मस्टररोल जारी है दिनांक 05.09.2023 से 10.09. 23 तक की राशि लगभग 1.00 लाख है। स्थल में कोई कार्य नहीं किया हुआ है जिसकी शिकायत ग्रामवासी एवं पंचो द्वारा किया गया है। तब मनरेगा विभाग के अधिकारी करचाम जी एवं भोजराज परस्ते को आज दिनांक तक स्थल की जांच नहीं किया गया इससे स्पष्ट होता है जनपद के अधिकारियों के मिलीभगत से राशि का दुरूपयोग किया गया है। साथ ही ग्राम लाखो में चैकडेम स्वीकृत है। स्वीकृत राशि 11.00 लाख रूपये स्वीकृत है। उक्त कार्य में 94000/- रूपये मस्टररोल में खर्च है स्थल में नहीं है। इस प्रकार मनरेगा विभाग के अधिकारी सरपंच/उपसरपंच एवं मेटो के मिलीभगत से शासन की राशि का दुरूपयोग किया गया है। आज तक कोई जांच नहीं की गई है।

कलेक्टर की जांच पर सिद्ध हुआ था आरोप –

कलेक्टर जिला डिण्डौरी के आदेश दिनांक 15.06.2021 में ग्राम पंचायत के सरपंच अशोक धुर्वे के विरूद्ध गवन की राशि 658223/- रूपये गबन राशि सिद्ध होने पर भी वर्तमान में उपसरपंच के पद में रहकर गलत कार्य करवाया जाता है। और पत्नी सरपंच पद पर है दोनों के द्वारा शासन की राशि को अनेकों प्रकार के बिल तैयार करते है और मस्टररोल फर्जी जारी कराते है जिसमें शासन की राशि का खुलेआम दुरूपयोग करते हुए वित्तीय हानि पहुंचाया जा रहा है। और इनके कार्यकाल में चार-पांच सचिव इनके गलत कार्यों के कारण फंस चुके हैं। और वर्तमान सचिव को भी सरपंच/उपसरपंच तथा पुराने मेटों के साथ मिलकर सचिव के विरूद्ध झूठी शिकायत करते रहते है जिससे सचिव मानसिक रूप से प्रताड़ित है।

ग्रामीणों की मांग –

समस्त ग्राम के लोगों की मांग है कि ग्राम पंचायत धनुवासागर के सरपंच / उपसरपंच को पद पर है इनको धारा 40 से पृथक किया जावें कारण कि इनके कार्यकाल में की गई अनिमितता की जांच कर दोषी पाये जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही करने की जाये ।तथा वर्ष 2020 से 2023 तक की रिकार्ड एवं स्थल की जांच करने पर पता चलेगा कि इनके द्वारा किन-किन प्रकार की मनमानी रिकार्ड तैयार किये और शासन की राशि का दुरूपयोग एवं भ्रष्टाचार किये है।

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