सिर पर सवार थी सम्पत्ति की हवस तकिए से गला दबाकर एसडीएम पत्नी की हत्या

आए दिन रुपयों की डिमांड और नामिनी बनाने के लिए टार्चर करता था, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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शहपुरा एसडीएम निशा नापित शर्मा ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिसके साथ उन्होंने सात जन्म तक साथ निभानेे के लिए सात फेरे लिए हैं, वही उन्हें दर्दनाक मौत देगा। एसडीएम अब इस दुनिया में नहीं हैं मगर अपने पीछे हजारों सवाल छोड़ गई हैं। फिलहाल हत्यारा पति पुलिस का मेहमान बना है और उससे पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि आरोपी पति अपनी एसडीएम पत्नी से अनर्गल डिमांड करता था। कभी वह रुपयों की मांग करता तो कभी प्रापर्टी व अन्य चीजों में खुद को नामिनी बनाने के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से टार्चर करता था। आईजी बालाघाट के मुताबिक एसडीम निशा की हत्या उनके बेरोजगार पति मनीष शर्मा के द्वारा तकिए से मुंह तथा गला दबाकर की गई है। घटना को अंजाम देने के बाद पति के द्वारा खुद को निर्दोष साबित करने के लिए सुबूत मिटाने की कोशिश भी की और तबीयत खराब का बहाना करते हुए अस्पताल में भर्ती होने का सहारा लिया गया।


आरोपी मनीष पिता स्व.रघुबीर प्रसाद शर्मा उम्र 45 साल निवासी फ्लेट नं. ए 805 ब्लू बेरी डीबी सिटी थाना सिरोल ग्वालियर एवं मूल निवासी कुम्बरपुरा ठाठीपुर वार्ड नंबर 28 थाना ठाठीपुर जिला ग्वालियर का अपराध धारा 302,304 बी, 201 ताहि. का प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी मनीष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उसे अभी और भी पूछताछ की जा रही है।

अस्पताल पहुंचने से पहले हो चुकी थी मौत
मृतिका की बड़ी बहन नीलिमा नापित ने भी कहा है कि बेरोजगार तथा लालची पति ने ही निशा की हत्या की है और अब अस्पताल में भर्ती होकर तबीयत खराब होने का बहाना कर रहा है। जिस वक्त एसडीएम की मौत का खुलासा जानकारी देकर उसके पति ने किया था, उसके करीब 5 से 7 घंटे पहले ही निशा की मौत हो चुकी थी। 28 जनवरी 2024 को शाम 4 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा से वार्ड बॉय राजेश यादव द्वारा शहपुरा अस्पताल से डॉक्टर रत्नेश द्विेदी के द्वारा लिखित तहरीर भेजी गयी, जिसमें मृतिका निशा नापित एसडीएम शहपुरा का मृत शरीर अस्पताल लाये जाने की सूचना रोजनामचा में दर्ज कर मौके पर थाना प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी हमराह स्टॉफ के मौके में अस्पताल पहुँच जाँच कार्यवाही की गई। यह भी बताया गया था कि मृतिका एसडीएम निशा नापित को उसका पति मनीष शर्मा उपचार कराने हेतु अस्पताल शहपुरा लाना बताया गया है।

नाक और मुंह से निकल रहा था खून
डॉक्टर के द्वारा मृतिका के शरीर का अवलोकन किया गया जिसके मुंह और नाक से खून निकल रहा था। घटना के संबंध में तत्काल जिला दण्डाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एफएसएल टीम को सूचित किया गया जो सूचना मिलने पर शहपुरा अस्पताल में वरिष्ट अधिकारियों के मार्ग दर्शन में मामले में गंभीरता से जाँच विवेचना कार्यवाही प्रारम्भ किया गया।

शादी डाट काम से हुई थी पहचान
ग्वालियर निवासी मनीष शर्मा से शादी डॉट कॉम के माध्यम से जान पहचान होने पर एसडीएम निशा नापित एवं मनीष शर्मा दोनों ने 3 अक्टूबर 2020 को गायत्री मंदिर मंडला में शादी कर ली। मृतिका निशा नापित एसडीएम के द्वारा अपने सर्विस बुक तथा बीमा, बैंक खाता में मनीष शर्मा का नामिनी के रूप में नाम दर्ज नहीं कराया था। इसी बात पर निशा नापित एवं मनीष शर्मा के बीच में वाद विवाद झगड़ा होता था।

हत्या कर सुबूत मिटाने की कोशिश
घटना स्थल निरीक्षण, गवाहों के कथन, पीएम रिपोर्ट, अन्य साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात होता है कि मनीष शर्मा के द्वारा 28 जनवरी 2024 को करीबन 4 बजे के पूर्व में अपनी पत्नी एवं एसडीएम निशा नापित के मुंह व नाक को तकिया से दबाकर हत्या कर दी है। साक्ष्य को छुपाने के लिये खून वाले कपड़ो को वाशिंग मशीन में घुलने के लिये डाल दिया तथा कुर्ती अन्य कपड़ों को धोकर प्रागंण में सुखा दिया है।

आईजी ने की 20 हजार इनाम देने की घोषणा
प्रकरण में आईजी बालाघाट एवं कलेक्टर, एसपी, एएसपी, एसडीओपी (पुलिस) शहपुरा जिला डिण्डौरी के मार्गदर्शन में थाना शहपुरा पुलिस के द्वारा 24 घण्टे के अंदर एसडीएम निशा नापित की सनसनीखेज हत्या का खुलासा किया गया है। आईजी बालाघाट के द्वारा पुलिस विवेचना में लगे अधिकारी/कर्मचारी को बीस हजार रूपए नगद इनाम की घोषणा किये है। जिसमें थाना शहपुरा पुलिस थाना प्रभारी निरी एस. एल मरकाम स्टॉफ व उनि, मनोज त्रिपाठी थाना मेहंदवानी सउनि संतोष यादव चौकी प्रभारी विक्रमपुर के द्वारा विवेचना में सहयोग कर अंधी हत्या का खुलासा किया गया है।

मंडला एसपी से भी शिकायत की थी
छत्तीसगढ़ में रहने वाली एसडीएम की बड़ी बहन नीलिमा नापित ने बताया कि वर्ष 2020 में निशा की ग्वालियर निवासी मनीष शर्मा से शादी हुई थी। शादी के बाद वह नियमित रूप से आता जाता नहीं था। अलबत्ता यदा कदा आता और शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त करता था। वह रुपयों की डिमांड करता रहता था। वह पत्नी पर रुपया देने और नामिनी में डलवाने के लिए दबाव बनाया करता था।पैसे के लिए पति निशा को काफी परेशान करता था। पूर्व में परेशान होकर मंडला एसपी से भी शिकायत की थी, जिस पर उन्हें समझाया गया था कि आपस में बैठकर समझौता कर लो। अभी शिकायत मत करो।

लंग्स खराब होने की झूठी बात बताई जाती थी।
एसडीएम के लंग्स खराब होने की बात सरासर झूठ है। आम लोगों की तरह उसे भी सर्दी जुकाम होता था। एसडीएम की बड़ी बहन नीलिमा ने इस मामले की न्यायिक और सही तरीके से जांच की मांग की है। जांच के बाद जो भी इसमें दोषी पाया जाता है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की भी मांग की गई है। उन्होंने बताया कि बंगले के अंदर रखी बेडशीट धो दी गई है और वहां से हटा दी गई है। एसडीएम ने जो कपड़े पहने थे वह भी मशीन में पाए गए। साथ ही तकिया भी मशीन में ही मिला। सब कुछ साफ करने के बाद ही एसडीएम को अस्पताल ले जाया गया है।

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