समस्याओं का अड्डा बना मदर टेरेसा मिसनरी विद्यालय डिंडोरी -एबीवीपी

छात्राओं से सेनेटरी पैड के भी देने से पहले पैसे लेता हैं विद्यालय प्रबंधन रेगुलर एम एड कि पढ़ाई व रेगुलर नौकरी कर रही है प्राचार्या

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मदर टेरेसा मिसनरी विद्यालय में पहली कक्षा के छात्र का बैग का वजन 12.5 kg

दैनिक रेवांचल टाइम्स डिंडोरी …आज आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला डिंडोरी के मदर टेरेसा मिसनरी विद्यालय डिंडोरी में प्रबंधन महोदय को विभिन्न समस्या को लेकर ज्ञापन दिया,प्रबंधक द्वारा जल्द ही मांगें पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया।।
ज्ञापन सौंपते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के डिंडोरी इकाई के नगर मंत्री लक्ष्मण परमार ने विभिन्न समस्याओं को प्रबंधक महोदय को अवगत कराया कि महोदय आपके विद्यालय में विभिन्न प्रकार की समस्या एवं अनियमितता अपने चरम स्तर पर है, जो की इस प्रकार है विद्यालय प्रशासन एवं प्राचार्य के माध्यम से विद्यार्थियों को मानसिक रूप से परेशान किया जाता है, यह सही नही है, विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार से मानसिक प्रताड़ित ना किया जाए। उप प्राचार्य पद के लिए अनुभव एवं आवश्यक स्नातकोत्तर उपाधि के अभाव में अनियमित कार्य का सृजन किया जा रहा है। विद्यालय में योग्य उप प्राचार्य रखा जाए। स्वयं प्राचार्य के द्वारा नियमित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश के साथ ही स्कूल का नियमित कार्य किया जा रहा है, जो अनियमितता की पराकाष्ठा है। विधार्थी और प्रशासन दोनों के साथ छल कर रही है, इनको विद्यालय से बाहर कर उचित कार्यवाही किया जाए। विद्यालय में कई विषय के संबंधित शिक्षकों की उपलब्धता नहीं है जैसे संगीत,आर्ट एंड क्राफ्ट आदि विषय में। अतः विद्यालय में योग्य शिक्षक उपलब्ध करवाया जाए। विद्यालय में पुस्तकालय शिक्षक की नियुक्ति की जाए।
विद्यालय में विभिन्न खेलों की सामग्रीयो का अभाव है पर्याप्त खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाए। प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की पुस्तकों के अतिरिक्त अन्य गैरजरूरी पुस्तकों का क्रय करने के लिए बाध्य करना गलत है, इसे बंद किया जाए। प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों को नियमनुसार वजन के अतिरिक्त वजन लाने के लिए बाध्य करना उचित नहीं है, अतः बैग का वजन कम करवाया जाए। विद्यालय के शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को अतिरिक्त कोचिंग के लिए बोला जाता हैं जो की नियम विरुद्ध है।विद्यालय प्रशासन के द्वारा विद्यार्थियों की सुरक्षा का पूर्ण रूप संज्ञान न लेना जैसे सड़क अवरोध का न होना। अतः स्कूल के सामने रोड में ब्रेकर बनवाया जाए। विद्यालय में सेनेटरी पेड का शुल्क लिया जाता है जबकि वो पहले से ही चिकित्सा शुल्क के रूप में सम्मिलित होता है, अतः निः शुल्क दिया जाएं।प्रायोगिक कक्षाओ का अभाव, वर्ष में कुछ ही दिन लगाना जिससे शिक्षा का स्तर गर्त में जा रहा है, अतः पर्याप्त रूप से प्रायोगिक कक्षा का संचालन किया जाए। विभिन्न कार्यक्रमों के नाम पर विद्यालय के विद्यार्थियों से अवैध रुपयों की वसूली की जाती है, अतः अब आगे से इसे बंद किया जाए। विद्यालय के निर्देशक के द्वारा छात्र को डरना एवं मारपीट करने जैसे अनैतिक कृत्य करना गलत है, इसे बंद किया जाए।विद्यालय में अनुसूचित जनजाति के नायकों से संबंधित कार्यक्रमों का पूर्ण रूप से अभाव, जो की नियमित होना चाहिए। वहीं पर देखा जाता है कि ईसाई धर्म से संबंधित कार्यक्रम ज्यादा होता हैं, इसे बंद किया जाए। अतः सारी मांगो पर विधिवत ध्यान देते हुए जल्द से जल्द पूरी कराई जाए, अन्यथा विद्यार्थी परिषद आगे विद्यालय के सभी छात्रों के साथ मिलकर बड़े रूप में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विद्यालय प्रशासन की होगी।
ज्ञापन देते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के डिंडोरी जिला संगठन मंत्री अमन अठनेरिया,नगर मंत्री लक्ष्मण परमार,छात्र नेता दीपेन्द्र जोगी ,वाशु,महाविद्यालय मंत्री रौनक साहू, महाविद्यालय अध्यक्ष नेहा पांडेय,उपाध्यक्ष दामिनी वनवासी, ,नगर विद्यालय प्रमुख दीपक बर्मन, छात्रा प्रमुख मुस्कान कछवाहा ,सह मंत्री निहारिका तिवारी एवं समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।।

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