ग्राम पंचायत घुघरी में इंसानियत का कत्ल : पंचायत के आदेश के बिना ही कर डाली एकतरफा कार्रवाई….

गरीब के घर पर चलवा दिया पंच-उपसरपंच ने बुल्डोजर

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले में रसूखदारों जनप्रतिनिधियों की दिन ब दिन दबंगों की दबंगाई भोलेभाले ग्रामीणों पर नियमों को ताक पर अपनी बजनदारी दिखाई जा रही है, कहीं गाँव के अंदर से रात दिन रेत के ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी तो कही किसी का घर गिरा देना तो कभी ग़रीबो से काम के बदलें ख़र्चा पानी मांगना, तरह तरह से ग्राम पंचायतों से लेकर जिले लेबल के सरकारी कार्यालयों में बर्षो से जमे अधिकारी कर्मचारीयो और कुछ जनप्रतिनिधियों और उनके करीबियों का गरीबों पर अपना हक जताने का और उन्हें किसी न किसी तरह से परेशान किया जा रहा है जबकि मंडला जिला बैगा आदिवासी बाहुल्य जिला माना जाता है और सरपंच से लेकर सांसद तक एक ही समाज के ही निवास करते है और आज इस जिले में अगर परेशान है तो भोलेभाले गरीब आदिवासी ही…
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की तहसील मुख्यालय घुघरी में ग्राम पंचायत घुघरी के उपसरपंच दुर्गेश चौकसे और पंच अनुराग शर्मा के द्वारा गरीब आदिवासी को बिना बातए ही घर से बेघर कर दिया गया, बंजारी बंधु मरावी का लेंटर पोस मकान बिना किसी सूचना के धराशायी कर दिया गया, जिस पर आपत्ति जताते हुए बंजारी मरावी ने कलेक्टर को लिखित शिकायत दी गई और जिसकी जांच के आदेश दिए गए। जांच अधिकारी पटवारी ब्रजेश धुर्वे ने जांच करते हुए प्रतिवेदन बनाकर दिया, जिसमें उल्लेख किया गया कि ग्राम पंचायत घुघरी और तहसील कार्यालय से बजारी बंधु मरावी को किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना और न ही नोटिस दिया गया बिना जानकारी के पक्का मकान जो कि बस स्टैंड में उन्होंने बनाया था, उसे ध्वस्त कर दिया गया, जिसकी जांच पूर्ण होने के पश्चात तहसीलदार ने जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय मे भेज दिया गया।
घटना के समय दौरान जब बंजारी मरावी ने कलेक्टर को शिकायत की थी तो दबंग माने जाने वाले उपसरपंच दुर्गेश चौकसे, पंच अनुराग शर्मा और विनय चौकसे के द्वारा रास्ते में रोककर डराया धमकाया भी गया एवं जातिगत रूप से अपमानित किया गया था कि तुम्हारा घर तो गया, अब शिकायत वापस ले लो वरना अच्छा नहीं होगा। इसके अलावा धमकी भी दी गई थी। जिससे डरे सहमे बजारी बंधु मरावी ने थाना में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने भा.द.वि. 294,506,34 और एस टी/एस सी 3(1) (द ), 3(1) (ध ) ,3(2)(ङ्क्र), के तहत मामला पंजीबध्य किया गया।
वही पहले भी हो चुकी है शिकायत
ग्राम पंचायत घुघरी का ये कोई नया कारनामा नहीं है इसके पहले भी अनेक काम हुए जिनकी शिकायत तक नहीं हुई है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सार्वजनिक शौचालय घुघरी में निर्माणाधीन दुकानें जिनको बिना किसी सूचना के ध्वस्त कर दिया गया जिनमें चाट की दुकानें लगती थी, लेकिन बिना किसी जानकारी और नोटिस के जेसीबी लगाकर ध्वस्त कर दिया गया।

इनका कहना है…
बलपूर्वक मेरा मकान तोड़ दिया गया
मेरे पक्के मकान को बिना सूचना या नोटिस के गुण्डागर्दी के साथ उपसरपंच दुर्गेश चौकसे, मेंबर अनुराग शर्मा और विनय चौकसे के द्वारा तोड़ा गया है। इसकी शिकायत कलेक्टर मैडम से की है और शिकायत के बाद मुझे तीनों ने रास्ते में रोककर गाली गलौज और जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया जिसकी वजह से मैने इनके विरुद्ध थाना में शिकायत की है। पंचायत की खुली गुण्डागर्दी है। ये किसी को भी कैसे रोड पर ला सकते हैं। मैने खून पसीने की कमाई से घर बनाया था उसको तोडक़र सरिया व ईंट पंचायत में रख ली गई है।
बजारी बंधु मरावी, पीडि़त

इनका कहना है…
पंचायत ने आदेश नहीं दिया
मेरी जानकारी में नहीं है, और यदि व्यक्तिगत रूप से उपसरपंच और पंच या फिर किसी और की तरफ से मकान को तोड़ा गया है तो वो स्वयं जिम्मेदार हैं। पंचायत की तरफ से कोई आदेश होगा तो कार्रवाई कर सकता हूं, लेकिन पंचायत का आदेश नहीं है। इसलिए मैं इस विषय पर कोई जानकारी नहीं दे सकता।
गायत्री कुमार सारथी,
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत घुघरी

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