लगभग 45 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन सड़क में पुलों के निर्माण पर जमकर भ्रष्टाचार, जीआरटीसी ने जगह- जगह अवैध खनन कर पहाड़ियों को किया खोखला जिम्मेदार मौन…

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रेवांचल टाईम्स – आदिवासी बाहुल्य जिलों में हो रहे भ्रष्टाचार में किसी भी जिम्मदारों को देखने की फुर्सत नही मिल पर रह है जिस कारण से खुला भ्रस्टो खुल्लमखुल्ला सरकारी और जनता के पैसे की होली खेल रहे हैं और करोडों की योजनाएं आज भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी चुकी है समनापुर-बजाग सड़क, हाथ लगाने से उखड़ रहा है पुल पर लगा कांक्रीट ,खुलासे के बाद लोक निर्माण विभाग में मचा हड़कंप
चोरी की खनिज से बनाई जा रही है सड़क
सड़क निर्माण कंपनी पर अवैध उत्खनन के भी लग रहे आरोप
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी दे रहे गोलमोल जवाब

दैनिक रेवांचल टाइम्स डिंडोरी।.. आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में सड़क निर्माण में धांधली को लेकर लोक निर्माण विभाग एकबार फिर सवालों के घेरे में है। दरअसल लोक निर्माण विभाग के द्धारा 45 करोड़ रूपये की लागत से बजाग से समनापुर करीब 32 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माणाधीन सड़क में जर्जर हो चुके पुराने पुलों को अपग्रेड करने के नामपर इस कदर भ्रष्टाचार किया गया है की पुल पर लगा कांक्रीट हाथ लगाने मात्र से उखड रहा है। ग्रामीणों ने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारीयों पर सड़क निर्माण कंपनी जीआरटीसी से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है।


रियालिटी चेक में हुआ खुलासा –
डिंडौरी जिले के बजाग एवं समनापुर विकासखंड मुख्यालय में निवासरत विशेष संरक्षित बैगा जनजाति बाहुल्य ग्रामों को जोड़ने के उद्देश्य से लोकनिर्माण विभाग के द्वारा लगभग 45 करोड़ रूपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन सड़क निर्माण के नामपर विभागीय अधिकारी एवं सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। बजाग तहसील मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर टिकराटोला में जर्जर हो चुके पुराने पुलों को अपग्रेड करने के नामपर बड़ा खेल किया गया है जिसका खुलासा ग्रामीणों ने किया है तो वहीं अपग्रेड हो चुके पुल पर लगे कांक्रीट खुद ही भ्रष्टाचार की गवाही दे रहा है। टीम ने टिकराटोला गांव में एक ऐसे ही अपग्रेडेड पुल का रियालिटी चेक किया है जिसमें व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है।
खुलासे के बाद लोकनिर्माण विभाग में हड़कंप मच गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारीयों पर सड़क निर्माण कंपनी ठेकेदार के साथ मिलीभगत के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। ग्रामपंचायत मोहती के सरपंच सुकल सिंह ने बताया की ग्रामवासियों के द्धारा आपत्ति दर्ज़ कराने के बाद भी पुराने पुल को रंगरोगन कर दिया गया है जिसकी शिकायत करने के बाद भी अधिकारीयों ने ध्यान नहीं दिया।

चोरी के खनिज से बनाई जा रही करोड़ों की सड़क –
सड़क निर्माण कंपनी जीआरटीसी के रसूख के अंदाजा इसबात से भी लगाया जा सकता है की खनिज की चोरी के लिए धड़ल्ले से जगह जगह अवैध उत्खनन किया जा रहा है यहां तक की रिजर्व फारेस्ट एरिया से लगे भूमि को खोखला कर खनिज की चोरी की जा रही है और जिम्मेदार विभाग सबकुछ जानकर भी अंजान बने बैठा है। समनापुर मुख्यालय में अवैध उत्खनन कर रहे सड़क निर्माण कंपनी के लोगों से जब हमने उत्खनन सम्बन्धित सरकारी अनुमति के बारे में जानना चाहा तो वे जानकारी नहीं होने की बात कर चलते बने। सड़क निर्माण के नामपर पुरानी सड़क को उखाड़कर गिट्टी बिछा दी गई है जिसके कारण आये दिन हादसे भी होते रहते हैं तो वहीँ ठेकेदार की मनमानी के चलते काफी धीमी गति से सड़क निर्माण का काम चल रहा है जिसका खामियाजा कई गाँव के लोगों को उठाना पड़ रहा है। लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री एस एस ठाकुर से जब हमने पुराने पुलों को अपग्रेड करने के नामपर हुए भ्रष्टाचार को लेकर जब सवाल किये तो साहब बिफर पड़े और अपने ही बयान में फंस भी गए। साहब से जब हमने यह सवाल किया की कितने पुराने पुलों को अपग्रेड किया जा रहा है तो साहब उसका भी जवाब नहीं दे पाए फिर जब हमने साहब से अपग्रेड किये हुए पुलों के गुणवत्ता को लेकर सवाल किये तो वे गोलमोल बातें कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए नजर आये।

सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे जिम्मेदार अधिकारी –
आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में सरकारी निर्माण कार्यों में विभागीय अधिकारीयों के बीच भ्रष्टाचार करने की होड़ मची हुई है। केंद्र एवं प्रदेश सरकार आदिवासियों के विकास एवं कल्याण के लिए अरबों खरबों का बजट जारी करती है लेकिन जिम्मेदार अफसर ही सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए नजर आ रहे हैं।

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