सेंट्रल में गैंगवार की आशंका
जबलपुर। आमतौर से शांत रहने वाली जबलपुर सेंट्रल जेल में बीते कुछ माह से विवाद पक रहा है। पिछले महीने जहां दो शातिर बदमाशों के बीच झूमा झपटी हुई थी। वहीं उसी विवाद में किसी बड़े काण्ड के आंशका जेल के अंदर बनी हुई थी। जिसके चलते जेल प्रशासन लम्बे समय से अलर्ट मोड पर है। संभावित गैंगवार को रोकने के लिये वैसदियों की बैरक शिफ्टिंग और दूसरे जेल भेजना का दौर जारी है। गैंगवार रोकने के लिए तीन और बदमाशों को दूसरे जिलों की जेल में शिफ्ट किया गया है। एक बदमाश को रतलाम, दूसरे को उज्जैन व एक अन्य को इंदौर सेंट्रल जेल भेजा गया है। इससे पहले एक गैंगस्टर का ट्रांसफर बड़वानी जेल में किया जा चुका है। गौरतलब है कि केंद्रीय जेल में बंद गैंगस्टर छोटू चौबे और संजय सारंग गम्भीर मामलों में सजा काट रहे है। 13 मई की सुबह उनमें किसी बात को लेकर झूमाझटकी हुई थी। इस बीच संजय सारंग ने छोटू चौबे के सिर पर लोहे की धारदार पट्टी से वार किया था। उसे सिर पर चोट आई थी। जेल के भीतर हुई इस घटना के बाद से उन्हें अलग-अलग बैरक में रखा गया था। बाद में छोटू को बड़वानी जेल भेज दिया गया था। जेल में हुई मारपीट के बाद से जेल अफसरों की निगाहें संजय सारंग पर थीं। वह अपनी गैंग के गुगोज़्ं के साथ जेल में रहता था। इसलिए उसे उज्जैन जेल में शिफ्ट किया गया है। उसकी गैंग के गुर्गों पर भी नजर रखी जा रही है। इधर, जेल में बंद बदमाश रूपेंद्र साहू अपनी बैरक में रहने वालों के साथ गैंग बना रहा था। आशीष सोनी भी ऐसी गतिविधियों में शामिल मिला। इसलिए रूपेंद्र को रतलाम और आशीष को इंदौर जेल में शिफ्ट किया गया है।