विजयनगर बिजली विभाग में हुई घटना को लेकर अधिकारियों ने किया आक्रोश प्रदर्शन
बिजली विभाग में हुई घटना का क्या है पूरा मामला जानिए
विजयनगर बिजली विभाग में हुई घटना को लेकर अधिकारियों ने किया आक्रोश प्रदर्शन
जबलपुर में विजयनगर स्थित बिजली कार्यालय में हुई घटना को लेकर अधिकारियों ने बताया मध्यप्रदेश विद्युत मण्डल के सारे संघ द्वारा लगातार मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनियों में राजस्व वसूली के दौरान अभियंताओं के साथ हो रही मारपीट को रोकने हेतु प्रबंधन से मांग करता आ रहा है. लेकिन शासन, प्रशासन और प्रबंधन मारपीट रोकने हेतु ठोस और स्पष्ट नीति न होने के कारण लगातार मारपीट की घटनाओं में वृद्धि हो रही है।
दिनांक 19.06.24 को मात्र बिजली बिल में गड़बड़ी को लेकर कुछ जन प्रतिनिधि विजयनगर कार्यपालन यंत्री के कार्यालय में पहुँचे। उस दौरान चर्चा के लिये जबलपुर शहर के वरिष्ठ अधिकारी अधीक्षण अभियंता भी मौजूद थे। उन्होंने विद्युत कर्मियों को टारगेट बनाकर मारपीट के उद्देश्य से कार्यालय में घुसकर गाली गलोज करते हुए तोड़फोड करने लगे। इनके द्वारा वहां मौजूद कनिष्ठ यंत्री, सहायक यंत्री, कार्यपालन यंत्री एवं अधीक्षण अभियंता के साथ गाली गलोज एवं धक्का मुक्की करते हुए मारपीट का प्रयास किया गया।
19.06.24 की घटना का विवरण
दिनांक 19/06/2024 की घटना के बारे बताते हुए कहा पुष्पेंद्र सिंह या पार्षद द्वारा विजयनगर क्षेत्र में अवैध कॉलोनी विकसित करने का कार्य किया जाता है। इनके द्वारा अपनी अवैध विकसित कॉलोनी मातृछाया में प्लॉटिंग कर लोगों को डायरेक्ट बिजली दी जा रही है तथा क्षेत्र के निवासियों से अवैध वसूली की जाती है। इनके ऊपर नामजद बिजली चोरी के केस तीन से चार बार पिछले वर्षों में दर्ज किए गए है। अभी भी इनके द्वारा कनेक्शन नहीं लिए गए हैं। आज भी डायरेक्ट बिजली चोरी से कॉलोनी की बिजली चल रही है। बिजली चोरी में एमपीबी को 20-20 लाख की राशि वसूलने हैं परंतु राजनीतिक दबाव बनाकर बिजली चोरी का कोई भी पैसा नहीं जमा करते हैं अधिकारियों ने कहा बिजली चोरी के प्रकरण फलस्वरूप रंजिशपूर्वक माहौल बिगड़कर विवाद उत्पन्न किया गया। अतुल दानी विजयनगर क्षेत्र में अपनी दादागिरी जमाने के लिए कर्मचारी एवं अधिकारी से बदतमीजी से पेश आते हैं। 6 माह पूर्व में इनके द्वारा किसी लालवानी के बिजली बिल की राशि ना जमा होने के कारण बिजली की लाइन काटी गई तो इनके द्वारा 100-150 लोगों के साथ दबाव बनाकर विजयनगरऑफिस में झूमाझटकी कर नेतागिरी की गई थी एवं अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ बहुत ही अभद्रता से पेश आय थे।
घटना 19.6.2024 को कोई चतुर्वेदी जी द्वारा बिजली बिल की शिकायत लेकर बिजली दफ्तर पहुंचे एवं बहुत ही अभद्रता से अधिकारी के सामने पेश हुए मौके पर डीई इमरान खान के द्वारा समझाइश देकर तमीज से पेश होने की बात कही गई तो इसके द्वारा फोन पर अतुल दानी एवं अन्य को बुला लिया गया तथा कार्यपालन अभियंता एवं अन्य अधिकारियों को बंधक बना लिया गया इसके बाद मौके पर एस ई संजय अरोड़ा वहां पहुंच गए। जब एमपीवी के अधिकारी द्वारा चतुर्वेदी जी को बिल संबंधित चर्चा कर रहे थे उसी समय अतुल दानी एवं पुष्पेंद्र सिंह 15-20 लोगों के साथ डीई के कमरे में घूस गए तथा तोड़फोड़ किया एवं डीई के टेबल को पलट दिया एवं गाली गलौज कर अभद्रता की गई। पूरे ऑफिस की फाइलों को अस्त व्यस्त कर दिया गया था। एमपीवी के जिला स्तर के अधिकारी द्वारा उपद्रवियों से शांति व्यवस्था बना बनाए रखने हेतु अपील की जा रही थी। परंतु इसका असर उपद्रवियों के ऊपर नहीं पड़ा तथा कार्यालय को तहस-नहस करने पर उतारू थे। घटना पर देर रात उपद्रवियों के खिलाफ प्रथम सूचना थानें पर दर्ज की गई।
एमपीईबी द्वारा सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार कार्रवाई करने पर नेताओं के द्वारा जमकर कोतवाली थाना में हंगामा किया गया एवं पुलिस प्रशासन पर दवाब बनाया गया। चक्का जाम कर मामले को तूल देते हुए जाति सूचक दिशा में मोड़ा गया। इसके तहत एमपीवी के अधिकारियों के ऊपर एससी एसटी एक्ट के अंतर्गत झूठी एफआईआर दर्ज करवाई गई। जबकि 19 तारीख की घटनाक्रम वाले कमरे में दो अधिकारि जो कि खुद एससी-एसटी है उनके भी साथ अभद्रता इत्यादि की गई।
समस्त अभियंता एवं कर्मचारियों के संगठन ने इस संबंध में कहा कि वे शासन एवं प्रबंधन को निर्देश दें कि वे समस्त कर्मचारियों को सुरक्षा उपलब्ध करावें एवं आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु तत्काल कार्यवाही करें। जिन अधिकारियों के विरूद्ध पुलिस प्रशासन द्वारा झूठी एफआईआर दवाब में आकर दर्ज की गई है उसको तत्काल निरस्त करावें।