कांग्रेस कमेटी द्वारा अगस्त क्रांति दिवस वर्षगांठ के अवसर पर शहीद ध्वज वंदन किया
देश की आजादी के लिए आठ अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की गई थी. इस आंदोलन की अगुआई खुद गांधी कर रहे थे. गांधी के आह्वान पर पूरे देश में इस आंदोलन ने अंग्रेजी हुकूमत की जड़ों को हिला दिया था.राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर भारत छोड़ो आंदोलन में कूदे जबलपुर के 16 वर्षीय गुलाब सिंह पटेल मध्य प्रदेश के पहले बलिदानी बने थे। उन्होंने हाथों में तिरंगा लेकर अगस्त क्रांति के करो या मरो के संदेश को साकार कर दिया था।शहर कांग्रेस कमेटी व सेवादल द्वारा शुक्रवार को “अगस्त क्रांति दिवस” की वर्षगांठ के अवसर पर शहीद स्मारक गोल बाजार में सुबह ध्वज वंदन किया गया, इसके बाद सभी कांग्रेसजनों ने तिरंगे झंडे के साथ राष्ट्रभक्ति से ओत– प्रोत नारे लगाते हुए पैदल ध्वज यात्रा टाउन हॉल तक संपन्न की। और टाउन हॉल में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर संगोष्ठी सभा का आयोजन किया गया,जिसमें उपस्थित वक्ताओं ने भारत छोड़ो आंदोलन, करो या मरो, स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन, सहित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यकर्ताओं से उनसे प्रेरणा लेकर वर्तमान हालात में संघर्ष करने का आवाहन किया, तथा जल, जंगल, जमीन के संरक्षक आदिवासियों के हित में कार्य करने का संकल्प लिया।