रेवांचल टाईम्स – मंडला, जिले के विकास खण्ड नैनपुर में भारत देश पुरातन से ही विरो की भूमि के नाम से प्रसिद्ध है। भारत में लंबे समय से स्वतंत्रता का संघर्ष चल जिसमें अनेक क्रांतिकारियों ने अनेक वीरांगनाओं ने,वीरों ने अपना सर्वस्व जीवन निछावर कर दिया अपने प्राणों की आहूति दे दी और अंततः भारत देश को आजाद करवाया इसी कड़ी में जब भारत अंग्रेजो के कैद में था तब 23 – 23 साल के भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे युवाओं ने भारत में नई क्रांति को जन्म दिया जिनका नाम आज भी आज़ादी के इतिहास में लिया जाता है। लगातार अंग्रेजो से अपनी स्वतंत्रता के हक की लड़ाई लड़ते लड़ते उन्हे अंग्रजी सरकार ने 23 मार्च 1931 को फांसी की सजा सुना दी और इन तीनो युवाओं ने हस्ते हस्ते फांसी के फंदे को चूमा और अपनी मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दे दिया। तब से आज तक भारत में 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई नैनपुर द्वारा बस स्टैंड नैनपुर स्तिथ भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव जी की प्रतिमा पर पुष्प व अगरबत्ती जला कर श्रद्धांजलि अर्पित कर अमर बलिदानियों की वीर गाथा को याद किया गया। कार्यक्रम में अभाविप नैनपुर के सभी कार्यकर्ता व महाविद्यालय के विधार्थी उपस्थित रहे।