रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले की ग्राम पंचायतों में आखिर किस तरह का सरकारी पैसा का दुरुपयोग किया जा रहा है ये बात किसी से छिपी नही है पर करें तो क्योंकि ये सब के पीछे धृष्टराज बनकर के बैठे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारी की साठगांठ के कारण ही संभव हो सकता और जनता को मिलने वाली जनकल्याणकारी योजनाओं का बुरा हाल है,
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मवई में भ्रष्टाचार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है इन दिनों शासकीय रशियो का दुरुपयोग लगातार हो रहा है ,प्रशासन के नाक के नीचे अन्यत्र तरीक़े से शासकीय रशियो का ग़बन देखने को मिल रहा है मवई मुख्यालय में ग्राम पंचायत के सामने शासकीय बिजली पोल के स्थान पर नाडेप बना दिया गया जो कि शासकीय रशियो का पूरा दुरपयोग किया गया है मुख्यालय मवई समस्त विभाग संचालित है नायब तहसीलदार का मुख्यालय मवई में है साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी का कार्यालय भी मवई में स्थित है, जिनकी नज़र आते जाते वक्त कितने बार दिखता होगा लेकिन औचित्यहीन स्थान पर बना नाडेप कचरा घर शायद अधिकारियों को भी नहीं दिखाई दे रहा है पता नहीं ऐसा कितनी जगह पर नाडेप व अन्य कार्य कराए गए होंगे जिनका कोई भी उपयोग नहीं है जैसा कि मवई मुख्यालय जहां सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है उस स्थान का अगर ये हाल है तो अन्य पंचायतों का क्या हाल होगा ये विचार करने योग्य बात है दिया तले अंधेरा ये कहावत सही बैठते दिख रही है मवई मुख्यालय में ठेकेदार को खुश करने के लिए पंचायत के द्वारा इस प्रकार सरकारी राशियो का आहरण किया जा रहा है लगातार ख़ज़ाने को ख़ाली करने का प्रयास मवई पंचायत द्वारा किया जा रहा है