रेवांचल टाईम्स – आखिरकार किसानों की मुसीबतें कब चलती रहेंगी, कभी भगवान किसानों को परेशान कर रहा है तो कभी सरकार की योजनाओ के कारण किसान परेशान है, अन्यदाता कब तक मर मर के दूसरों भुख मिटाते रहेगा इनकी कौन सुनेगा, इस बार का गेंहू पर बारिस की मार पड़ गई है जिस कारण से व्यापारी का मानना किसानों की रिजेक्ट गेहूं को रेक पॉइंट में बेच देते हैं,
केवलारी, किसानो की पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही है पहले प्राकृतिक आपदा की मार से किसान परेशान था अब बिचौलियों के कारण किसान को उसकी फसल के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं जैसा कि केवलारी क्षेत्र में इस बार प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की गेहूं गुणवत्ता में कमी आई उसको लाभ का धंधा बनाने वाले कुछ व्यापारियों की चांदी हो गई। मामला है अहरवाड़ा खरीदी केंद्र का जहां एक मामला सामने आ जाने से बहुत बड़े भ्रष्टाचार के खेल के उजागर होने का अंदेशा है। पूरा मामला यहां है कि किसान राधेश्याम झरिया के द्वारा करीबन 1 महीने पूर्व में खरीदी केंद्र में अपने खेतों की पक्की गेहूं को बेचने के लिए लाया, 5 से 16 अप्रैल को स्लॉट बुक होने के बावजूद भी एक गेहूं के दाना तुलाई नहीं हो पाई, जबकि किसान राधेश्याम का कहना है सर्वियर द्वारा गेहूं को मौखिक रूप से मुझे बताया गया कि पास कर दिया गया है, इसके बाद भी विपरण समिति द्वारा खरीदी जा रही समिति प्रबंधक की लापरवाही के कारण गेहूं की तुलाईं नहीं हो पाई, मजबूरन किसान को खरीदी केंद्र से ही एक निजी व्यापारी को कम दाम में बेचना पड़ा, महीने भर से रखी गेहूं का दाना जमीन पर पड़ने पर अंकुरित होकर उगने लगा लेकिन खरीदी प्रबंधक की लापरवाही साफ तौर से कोई भ्रष्टाचार की ओर अंदेशा जाहिर कर रही।
राधेश्याम झरिया का कहना है कि औने -पौने दाम में व्यापारी को बेचने से सैकड़ो क्विंटल गेहूं से 60000 से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा। बे मौसम बारिश से और खरीदी केंद्र में नहीं कोई व्यवस्था होने के कारण गेहूं रखी रखी खराब हो रही थी अंकुरित होकर जमीन में फिर उगने लगी थी एक दिन पूर्व में अपग्रेड मशीन आई, अपग्रेडेशन और मजदूरी करवाने में किसानों को ही अधिक व्यय करना पड़ता है।
रिजेक्ट गेहूं रैक पॉइंट में कैसे बिक जाती है
वही कुछ व्यापारी किसानों से रिजेक्ट गेहूं को खरीद कर रैक पॉइंट में कैसे बेच रहे विपरण समिति अहरवाड़ा में अलग से व्यापारी सक्रिय है किसानों की रिजेक्ट गेहूं को औने पौने दाम में खरीद कर रैक पॉइंट में बेच रहे हैं, राधेश्याम झरिया की गेहूं जब रिजेक्ट हो गई थी उसके बाद जो व्यापारी तौल करवा रहे थे उस संबंधित व्यापारी से संपर्क करके उनसे पूछा गया कि आप यह गेहूं कहां बेच रहे हैं किसानों से लेकर तो उन्होंने बताया कि रैक पॉइंट में हम यह गेहूं को बेच देंगे। अब प्रश्न यही उठता है कि रिजेक्ट गेहूं कैसे बिक रही है रैक पॉइंट पर????
क्या कहते है जिम्मेदार…
जिला कलेक्टर सिवनी ने जिस तरह निर्देशित किया है उसका पालन करते हुए ही हम गेहूं खरीदी कर रहे हैं
प्रबंधक, विपरण
समिति अहरवाडा
गेहूं खरीदी को लेकर भारी लापरवाही आ रही है किसानों पर कम प्रतिशत पर खराब होने के बावजूद गेहूं लेने से इनकार किया जा रहा है जिससे किसानों को औने पौने दाम पर व्यापारी को बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है
राजुकुमार गोहेंद्र
सरपंच अहरवाड़ा
मेरे द्वारा महीने भर से रखी गई गेहूं को रिजेक्ट कर दिया गया था किसान झूठ बोल रहे है जो गेहूं को मैं पास नहीं करता उसे प्रभारी तुलाइ करने से मना कर देते है
दीपक कुमार सर्वियर
अच्छी गेहूं होने के बाद भी मजबूरन व्यापारी को बेचना पड़ा लेकिन बाकी बचे किसानों के साथ इस तरह की लापरवाही ना हो जिससे उनको इतना बड़ा नुकसान झेलना पड़े इसके लिए शासन प्रशासन जांच करके तुरंत कार्रवाई करें यह निवेदन है।
राधेश्याम झरिया किसान