गरीब के घर पर चलवा दिया… पंच-उपसरपंच ने… बुल्डोजर…………ग्राम पंचायत घुघरी में इंसानियत का कत्ल

 पंचायत के आदेश के बिना ही कर डाली एकतरफा कार्रवाई ग्राम पंचायतों में जम कर चल रही ठेकेदारी...

रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में जिसकी लाठी उसकी भैस जैसा कानून दिखाई पड़ रहा इस जिले में न दमदार जनप्रतिनिधि है और न स्थानीय प्रशासन में बैठें हुआ अमला सब के सब ग़रीबो को नोचने खाने के लिए बैठें राह तकते रहते है कि कब कोई फॅसे और उसे हम अपनी ताक़त से लूट ले क्योंकि सब को पता है कि सब की सब नोटों के आगे दुम हिलाते नज़र आते है।


वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडला जिले के घुघरी आये दिन मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है इस जनपद के अंतर्गत हर वह अबैध कार्य बैध तरीके से किया जा रहा है क्योंकि काँगेस के विधायक का ग्रह ग्राम है उन कि चलती है और उनके चाहतें प्रशासन को अपने ठेंगे पर लेकर चल रहे है, आज घुघरी सहित आसपास के हर ग्राम का गरीब आदिवासी परेशान है कही अबैध तरीके से निकाल जा रेत चोरों से तो कही अबैध शराब के कुचियों से तो बेनामी ठेकेदारों से आज हर ग्राम पंचायत में ठेकेदारों की तू तू सिर चढ़ कर बोल रही है सड़क छाप ग्राम पंचायतों में पुलिया, सी सी रोड़ नाली, स्टॉपडेम, तरह तरह के कार्य कर रहे और जो थोड़ बहुत बच गए है वह ग़रीबो पर अपना गुस्सा निकाल कर उन्हें बिना नोटिश बिना सूचना के गरीबों को घर से बेघर कर रहे ये सब खुलेआम चल रहा है क्योंकि पैसा बोलता है।
वही तहसील मुख्यालय घुघरी में ग्राम पंचायत घुघरी के उपसरपंच दुर्गेश चौकसे और पंच अनुराग शर्मा के द्वारा बंजारी बंधु मरावी का लेंटर पोस मकान बिना किसी सूचना के धराशायी कर दिया गया, जिस पर आपत्ति जताते हुए बंजारी मरावी ने कलेक्टर को लिखित शिकायत दी गई और जिसकी जांच के आदेश दिए गए। जांच अधिकारी पटवारी ब्रजेश धुर्वे ने जांच करते हुए प्रतिवेदन बनाकर दिया, जिसमें उल्लेख किया गया कि ग्राम पंचायत घुघरी और तहसील कार्यालय से बजारी बंधु मरावी को किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना और न ही नोटिस दिया गया बिना जानकारी के पक्का मकान जो कि बस स्टैंड में उन्होंने बनाया था, उसे ध्वस्त कर दिया गया, जिसकी जांच पूर्ण होने के पश्चात तहसीलदार ने जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय मे भेज दिया गया


घटना के समय दौरान जब बंजारी मरावी ने कलेक्टर को शिकायत की थी तो उपसरपंच दुर्गेश चौकसे, पंच अनुराग शर्मा और विनय चौकसे के द्वारा रास्ते में रोककर डराया धमकाया भी गया एवं जातिगत रूप से अपमानित किया गया था कि तुम्हारा घर तो गया, अब शिकायत वापस ले लो वरना अच्छा नहीं होगा। इसके अलावा धमकी भी दी गई थी। जिससे डरे सहमे बजारी बंधु मरावी ने थाना में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने भा.द.वि. 294,506,34 और एस टी/एस सी 3(1) (द ), 3(1) (ध ) ,3(2)(ङ्क्र), के तहत मामला पंजीबध्य किया गया
वही पहले भी हो चुकी है शिकायत
ग्राम पंचायत घुघरी का ये कोई नया कारनामा नहीं है इसके पहले भी अनेक काम हुए जिनकी शिकायत तक नहीं हुई है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सार्वजनिक शौचालय घुघरी में निर्माणाधीन दुकानें जिनको बिना किसी सूचना के ध्वस्त कर दिया गया जिनमें चाट की दुकानें लगती थी, लेकिन बिना किसी जानकारी और नोटिस के जेसीबी लगाकर ध्वस्त कर दिया गया।

इनका कहना है.

बलपूर्वक मेरा मकान तोड़ दिया गया
मेरे पक्के मकान को बिना सूचना या नोटिस के गुण्डागर्दी के साथ उपसरपंच दुर्गेश चौकसे, मेंबर अनुराग शर्मा और विनय चौकसे के द्वारा तोड़ा गया है। इसकी शिकायत कलेक्टर मैडम से की है और शिकायत के बाद मुझे तीनों ने रास्ते में रोककर गाली गलौज और जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया जिसकी वजह से मैने इनके विरुद्ध थाना में शिकायत की है। पंचायत की खुली गुण्डागर्दी है। ये किसी को भी कैसे रोड पर ला सकते हैं। मैने खून पसीने की कमाई से घर बनाया था उसको तोडक़र सरिया व ईंट पंचायत में रख ली गई है।
बजारी बंधु मरावी, पीडि़त

इनका कहना है

 

पंचायत ने आदेश नहीं दिया
मेरी जानकारी में नहीं है, और यदि व्यक्तिगत रूप से उपसरपंच और पंच या फिर किसी और की तरफ से मकान को तोड़ा गया है तो वो स्वयं जिम्मेदार हैं। पंचायत की तरफ से कोई आदेश होगा तो कार्रवाई कर सकता हूं, लेकिन पंचायत का आदेश नहीं है। इसलिए मैं इस विषय पर कोई जानकारी नहीं दे सकता।
गायत्री कुमार सारथी,
मुख्य कार्यपालन अधिकारी,
जनपद पंचायत घुघरी, मंडला

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