दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला। हुजूरों का बस चले तो पूरी नहर पी जाएं। हुजूरों की शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर, कमिश्नर तक से कर डाली है मगर इनके रसूख के आगे किसी की हिम्मत कहां जो कार्रवाई के लिए शिकायती दस्तावेज पर चिडिय़ा बना सकें। ग्राम पंचायत कंडरा के ठेकेदार और उपयंत्री मिलकर लाखों की नहर को ठिकाने लगा रहे हैं और आदिवासियों के हक की बात करने वाले जनप्रतिनिधि और अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। घुघरी मंडला आदिवासी बाहुल्य जिले की स्थिति अंधेर नगरी चौपट राजा जैसी हो गई है। नेता और शासन-प्रशासन विकास पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हंै, बल्कि विकास के लिये आवंटित धन की होली मिल जुलकर खेल रहे हैं। आजादी के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी यह जिला विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाया है। आये दिन भ्रष्टाचार की शिकायत देखने व सुनने में आ रही है। रिश्वत लेते कई लोग गिरफ्तार भी हो चुके हैं, पर रिश्वतखोरीऔर भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले की जनपदों के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार हो रहा है और भ्रष्टाचार की शिकायत भी हो रही हैं पर कार्यवाही न होने के कारण भ्रष्टाचार का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे ही एक भ्रष्टाचार का मामला ग्राम पंचायत छतरपुर के पोषक ग्राम कंडरा का सामने आया है, जिसमें जलाशय के नहर निर्माण कार्य में ठेकेदार संजय झारिया एवं उपयंत्री आरईएस विमल कुशराम के द्वारा अनियमितता एवं भष्टाचार किया जा रहा है। ग्राम पंचायत छतरपुर जलाशय नहर निर्माण कार्य की स्वीकृति 2020 में हुई है, जिसकी लागत लगभग 63 लाख रुपये है, जिसमें भारी अनिमितता बरती जा रही है। निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन किये जाने से नहर जगह-जगह से टूट गई है। निर्माण कार्य धीमी गति से कराया जा रहा है। कार्य प्रारंभ हुए लगभग चार वर्ष बीत चुके हैं। नहर की लंबाई 2600 मीटर निर्माण कार्य कराया जाना था। जिसमें अभी तक 830 मीटर ही निर्माण कार्य कराया जाना मूल्यांकित किया गया है। जबकि वास्तविक कार्य 727 मीटर ही किया गया है। लगभग एक वर्ष से कार्य बंद पड़ा है। ठेकेदार उपयंत्री और संबंधित विभाग साठगांठ कर मूल्यांकन को बढ़ा कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है।
कलेक्टर और कमिश्नर तक पहुंची शिकायत
नहर की हालत जर्जर हो चुकी है। इसे देखते हुए ग्रामीणों एवं जनपद पंचायत घुघरी की श्रीमति जनिया बाई मरावी के द्वारा संभागीय कमिश्नर कार्यालय जबलपुर एवं जिला कलेक्टर मंडला को शिकायत कर जांच की मांग की गई है। अब यह देखना है कि शिकायत में निष्पक्ष जांच की जायेगी या फिर जांच कर खानापूर्ति की जाएगी। कलेक्टर मंडला को शिकायत कर जांच की मांग की गई है। अब यह देखना ही कि उक्त शिकायत में जांच की जायेगी या फिर कागजी खानापूर्ति कर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
इनका कहना
मेरेगांव में जलाशय बना है उसमें पच्चीस प्रतिशत का काम हुआ है पचहत्तर प्रतिशत काम बाकी है। ज्यादा मूल्यांकन कर राशि निकाल ली गई है।
यशवंत कुशराम, ग्राम मुकद्दम ग्राम कंडरा
ग्राम छतरपुर कंडरा में जलाशय बना है जिसमें दो नहर का कार्य ठेकेदार के द्वारा कुछ दिन काम करते है फिर बंद कर देते है चार साल से काम चल रहा है वो भी गुणवत्ता विहीन है।
बहादुर सिंह साकडिय़ा, बैगा समाज सुधार संगठन अध्यक्ष
नहर का कार्य जो चल रहा है घटिया तरीके का निर्माण किया जा रहा है। जब इस संबंध में अधिकारियों से बात की गई तो ठेकेदार बदल देने की बात कही गई थी, लेकिन ठेकेदार नही बदला गए तो मेरे द्वारा जबलपुर कमिश्नर और कलेक्टर मैडम को शिकायत दी गई है आश्वाशन मिला है जांच की जाएगी।
जनिया बाई मरावी, जनपद अध्यक्ष घुघरी