रेवांचल टाईम्स – मंडला, जनपद पंचायत नैनपुर की ग्राम पंचायत गौरा छापर में सार्वजनिक तालाबों में मनमाने तरीके से मछली पालन को लेकर विवाद थाना पहुंचा सरपंच पति ने विकास स्व सहायता समूह के साथ मिलकर ग्रामीणों की झूठी शिकायत
ग्राम पंचायत गौराछापर सरपंच पति सीता राम टेकाम एवं सरपंच सार्वजनिक तालाबों में मनमानी तरीके से ग्रामीण जनता को परेशान कर रहें है। जिसके कारण सरपंच पति के खिलाफ ग्रामवासियों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। जोकि नैनपुर पुलिस थाना नैनपुर में देखने को मिला वही ग्राम की जनता सरपंच पति सीताराम टेकाम और सरपंच भगरथी टेकाम के विरोध में मोर्चा खोल चुकी है। वही मछली का विवाद दिनों दिन बड़ा रूप लेता जा रहा है। वही ग्राम के बुजुर्ग दबी जुबान में चर्चा कर रहे है। विवाद शांत नहीं हुआ तो कही खूनी संघर्ष हो सकता है। मगर सरपंच पति की मनमानी के चलते आज छोटा विवाद बड़ा रूप ले चुका है।
क्या है। पूरा मामला…
जनपद पंचायत नैनपुर के ग्राम पंचायत गौराछापर सरपंच पति सीता राम टेकाम ने कागजों में एक विकास स्व सहायता समूह तैयार कर ग्राम की मुरलीटोला की ग्राम की महिलाएं को शामिल किया और जब विकास स्व सहायता समूह का कही भी पंजीयन है। और ग्राम के तालाब में महिलाएं से चंदा करके मछली पालन के योजना तैयार की मगर ग्राम वासियों ने बताया की समूह के गठन की जानकारी किसी ग्राम की जनता को नही दी गई। मगर ग्राम वासियों को भनक लगते ही ग्राम वासियों ने समूह निर्माण में जनपद पंचायत नैनपुर और जिला कलेक्टर मंडला और एसडीएम नैनपुर को भी सूचना दी मगर प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नही गई जिसके आज खूनी संघर्ष होने का आदेश है। वही इस फर्जी समूह ने तालाब में पाली हुई मछली को पकडवाता और बाजार में बिक्री करता मगर विकास स्व सहायता समूह के पास कोई भी शासन से अधिकृत दस्तावेज नहीं है। जिससे ये साबित हो सकें की विकास स्व सहायता समूह तालाब को मछली पालन के लिए खरीदा है। जब ग्रामीणों समूह से पट्टा दिखाएं जाने की बात कही तो सरपंच पति और सरपंच की पोल खुल गई और मामला जनता के सामने उजागर हो गया ।
ग्राम वासियों की झूठी शिकायत कर दी पुलिस थाना में
वही सरपंच पति सीताराम टेकाम और सरपंच विकास स्व सहायता समूह की महिलाए को ग्राम वासियों के खिलाफ पुलिस थाना में झूठी मारपीट करने की शिकायत दर्ज करवा दी शिकायत को लेकर सभी ग्रामीण आक्रोश में 200की संख्या में नैनपुर पुलिस थाना पहुंच गए वही तालाब में मछली पालन को विवाद दिनोदिन बड़ा होता जा रहा है। और सरपंच पति की दबंगई बड़ी होती दिखाई दे रही हैं।वही सरपंच पति और विकास स्व सहायता समूह वाले महिलाओं के साथ विवाद जल्द ठंडा नही हुआ तो मुरलीटोला ग्रामवासियों के साथ बड़ी घटना घट सकती है।