रेवांचल टाईम्स – दिनांक 02.05.2024 को वन परिक्षेत्र गढी अंतर्गत आने वाले बीट आमाटोला के वनरक्षक हरिलाल धुर्वे जो कि गश्ती दल के साथ आरक्षित वन कक्ष क्रमांक 111 में वन गश्ती कर रहे थे, गश्ती के दौरान वनग्राम जाराटोला के समीपस्थ भोरमदेव सर्रा नाला के किनारे दुर्गन्ध आने पर पडताल की गई तत्पश्चात् एक मादा चीतल का शव सूखे पत्ते से ढका हुआ देखा गया। मृत चीतल की सूचना वनरक्षक आमाटोला के द्वारा वरिष्ठ अधिकारी को दी गई, घटना स्थल के आस-पास उक्त चीतल की मौत का कारण हासिल करने के उद्देश्य से सूक्ष्मता से तथ्यों की तलाशी की जाने के दौरान एक सफेद रंग के थैले के अंदर लोहे की छुरी 02 नग जो कि हरे पत्तों से ढकी हुई पाई गई। संदेह के आधार पर 02 व्यक्ति जिनमें से क्रमशः तिहारी वल्द पवनसिंह तेकाम उम्र 40 वर्ष तथा जयन्तलाल वल्द पहारी धुर्वे उम्र 39 वर्ष ग्राम जाराटोला से पूछताछ करने पर उन्होने मृत चीतल के शव को घसीटकर नाले के अंदर सूखे पत्ते से ढककर छुपाना तथा एक राय होकर मांस खाने के उद्देश्य से काटने के लिए जयन्तलाल के घर से लोहे की छुरी 02 नग मौके पर लाकर छुपाना कबूल किया है। बाद विधिवत् कार्यवाही कर आरोपीगण को माननीय न्यायालय प्रथम श्रेणी बैहर के समक्ष पेश कर उपजेल बैहर भेजा गाय। एस के सिंह, क्षेत्र संचालक, सुश्री अमिथा के बी उपसंचालक बफर एवम अजय ठाकुर सहा संचालक के कुशल मार्गदर्शन में गुरूदयाल साहू परिक्षेत्र अधिकारी गढ़ी, कैलाश बामनिया परिक्षेत्र अधिकारी भैसानघाट, श्रीमति गुनन मरावी परिक्षेत्र सहायक गढी, सुशील कुमार अग्निहोत्री वनरक्षक खिरसाड़ी एवं हरिलाल धुर्वे वनरक्षक आमाटोला द्वारा उक्त कार्यवाही को अंजाम दिया गया।