- जिले की चाय दुकान ढ़ाबे बने चखना और शराब बेचने वाले बैठाकर परोसी जा रही है शराब…
कांग्रेस के यूथ प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष की अबैध शराब बेचते सोशल मीडिया में हुई वीडियो वायरल… देखे
रेवांचल टाईम्स – मंडला नर्मदा तट पर बसी पवित्र नगरी मण्डला में शराब बेचना प्रतिबंधित है। प्रतिबंध की घोषणा स्वयं प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 अप्रैल 2017 माँ नर्मदा को पवित्र नदी घोषित करते हुए अमरकंटक से लेकर मध्यप्रदेश के जिन जिन जिलों को होकर निकली माँ नर्मदा गुजरी है, दोनों तटों से पाँच किलोमीटर की अंदर संचालित सभी दुकानों को बन्द करते हुऐ शराब को प्रतिबंधित कर दिया है, वावजूद इसके राजनैतिक रसूखदार मुख्यमंत्री की घोषणा की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सोशल मीडिया में आये दिन नगर में जगह-जगह अवैध रूप से शराब बेचने की खबरें आती रहती है, लेकिन अब एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें कांग्रेस पार्टी के एक जिम्मेदार पदाधिकारी अपनी दिन में चाय नाश्ता और शाम होते ही आहाता में तब्दील हो जाती है वह उसी होटल के काउंटर में बैठ कर शराब बेचते नजर आ रहे हैं।
वही मंडला जानकारी के अनुसार जिले की सभी शराब दुकानों को 15 प्रतिशत बढ़ाकर रिन्यू कर दिया गया है। पहले जो ठेकेदार शराब दुकान संचालित कर रहे थे, वहीं फिर से दुकानों को रिन्यूवल करा चुके हैं। विगत लंबे समय से आबकारी विभाग के द्वारा अवैध शराब के विक्रय एवं परिवहन पर कार्यवाही नहीं की है जबकि अवैध शराब का परिवहन मण्डला से अन्य जिले की जा रही है। सूत्रों से जानकारी सामने आई है कि हिरदेनगर अजनिया, मोहगांव, नारायनगज और नैनपुर के समूह के अंतर्गत संचालित दुकानों में पहुंचने वाली शराब अन्य जिले में पहुंच रही है,
पुलिस विभाग और आबकारी विभाग ने मिलकर खुलवाया अघोषित शराब दुकाने
वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मण्डला नगर में शराब पूर्णतः प्रतिबंधित है बावजूद नगर और उपनगरीय क्षेत्र के 24 वार्डों में खुलेआम शराब का विक्रय जारी है। और नगर सहित आसपास में अघोषित लगभग 140 दुकानें संचालित है और ये सब की जानकारी पुलिस विभाग के आला अधिकारी के साथ साथ आबकारी विभाग की संलिप्तता है, नगर के साथ साथ हाईवे के किनारे में जो ढाबों संचालित है वह केवल शराब पिलाने के कार्य ही कर रहे है, महाराजपुर पौड़ी के ढाबे में तो 24 घण्टे काउन्टर से शराब बेची जा रही और स्थानीय नगर बस स्टैंड, लालीपुर, बिंझिया, हाउसिंग बोर्ड़ कॉलोनी, पुरवा में नदी के किनारे में जो ढाबे नित्य नये खुल रहे सभी मे काउन्टर लगे हुए है, अबैध शराब को रोकने के लिए न ही पुलिस विभाग काम कर है और आबकारी विभाग ने तो खुली छूट दे रखी विभाग जो अधिकारी कर्मचारी है वह केवल ओर केवल ठकेदार के इशारे में काम कर रहे है और केवल वही शराब को पकड़ रहे है जो कुचिया इन ठेकेदारों से शराब नही ले रहे है और जो ले रहे वह तो नाश्ता, खाना कम बेच रहे शराब ज्यादा बेच रहे है सरकार ने केवल लाइसेंसी शराब दुकान बंद की पर नगर और उपनगर में अनेक अघोषित अहाते खुल गये हैं, वहीं हाईवे में संचालित ढाबों में खुलेआम शराब पिलाई जा रही है। अभी तक तो सत्तादल के नेताओं का शराब के कारोबार में बड़ा हाथ था, लेकिन अब कांग्रेस के नेता भी इस कारोबार में लिप्त हो गये हैं। ऐसा ही एक कांग्रेस के युवा नेता का वीडियो सामने आया है जो शराब के शौकिनों को शराब उपलब्ध करा रहा है। इस वीडियो की पुष्टि जांच के बाद ही तय होगी, लेकिन वीडियो में स्पष्ट नजर आ रहा है कि कांग्रेस के युवा नेता शराब बेंच रहे हैं। और दुकान के काउंटर में स्वयं बेठे हुए है और उनके पीछे शराब पी जा रही है और काउन्टर से बेची जा रही हैं क्या ये बात पुलिस या आबकारी विभाग को नही पता इस दुकान से महज 300 मीटर की दूरी पर जिला आबकारी विभाग का कार्यालय और 500 मीटर में थाना सिटी कोतवाली है पर ये जानकारी सब को पता है पर जिम्मेदार विभाग अपनी पूरी जिम्मेदारी निभा कर अनदेखी कर रहा है वही बिंझिया निवासियों ने नाम न छापने पर बतलाया कि पहले भी पुलिस विभाग के द्वारा छोटी मोटी कार्यवाही की गई पर दुकान बंद नही हुई और सुबह से देर रात तक दारुओ का जमवाड़ा लगा रहता है कुछ पी कर यहाँ वहां घूमते रहते कुछ लड़ते झगड़ते रहते दुकान के आसपास के लोगो का जीना दूभर हो गया है और शिकवा शिकायत करता उनसे लड़ने पहुँच जाते है जब पुलिस और आबकारी विभाग ने आँख बंद करके बीच नगर और रॉड के किनारे ही दुकान खुलवा कर पीने पिलाने की अनुमति दे दी है तो कौन क्या कर सकता हैं।
वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बयान देने से झाड़ रहे पल्लाः यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अखिलेश ठाकुर के द्वारा अघोषित दुकान से अंग्रेजी शराब विक्रय करने का वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया तो इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा हुई तो बयान देने से पल्ला झाड़ लिया, वहीं उन्होंने यह कहा कि यूथ कांग्रेस के संबंध में वहीं लोग बता सकते हैं जो काम कर रहे हैं। सवाल ये उठता है कि यूथ कांग्रेस के जिम्मेदार पदाधिकारी के द्वारा किये जा रहे इस कृत्य पर उनके विरूद्ध कार्यवाही कौन करेगा? क्योंकि वरिष्ठ कांग्रेसी इस विषय पर कोई बात करना नहीं चाह रहा है।
आबकारी विभाग को इन अबैध अघोषित दुकानों से सरकार के राजस्व का नुकसान तो पहुँचा ही रहा पर विभाग ठेकेदारों और खुदका राजस्व बढाने में पूरा ध्यान दे रही है और इसका हिसाब किसी को नही देना है। आबकारी विभाग के पास पूरी लिस्ट है कि कौन किसकी शराब बेच रहा है अगर कोई कुचिया अन्य की शराब बेचता तो आनन फानन में बिना देर किए पहुँच कर पूरी ईमानदारी बताते है और जो ढाबे अहाते बन गए और नगर की किराना की दुकान अंडे की दुकान और होटले जो शराब की दुकानों में तब्दील हो गई है। इनसे इन्हें कोई एतराज नहीं है। चाय की दूकान में चखना के साथ शराब भी बेच रहे है।