न्यूजीलैंड की हार से टीम इंडिया को फायदा

वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए बदल गए समीकरण

न्यूजीलैंड की हार से टीम इंडिया को फायदा

वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए बदल गए समीकरण

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट पहले भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर सामने आई है. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड की हार के चलते अब भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल का समीकरण थोड़ा आसान हो गया है.

भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर है, जहां वह मेजबान टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में व्यस्त है. भारत ने पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हराया था, जो ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत की सबसे बड़ी टेस्ट जीत रही. अब दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मैच 6 दिसंबर (शुक्रवार) से एडिलेड ओवल में गुलाबी गेंद से खेला जाएगा.

WTC में टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर

एडिलेड टेस्ट पहले भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर सामने आई है. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड की हार के चलते भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल का समीकरण थोड़ा आसान हुआ है. पर्थ टेस्ट की शुरुआत से पहले भारतीय टीम को WTC फाइनल में आसानी से पहुंचने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4-0 से जीत की जरूरत थी. लेकिन अब वह 3-0 की सीरीज जीत से भी फाइनल में पहुंच जाएगी. यानी भारतीय टीम का लक्ष्य बाकी के चार टेस्ट मैचों में दो में जीत हासिल करने पर रहेगा.

भारत फिलहाल अंकतालिका में पहले नंबर पर

वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की ताजा अंकतालिका पर नजर डालें तो इसमें भारत पहले नंबर पर है. भारतीय टीम के अब तक 15 मैचों में 9 जीत, 5 हार और एक ड्रॉ से 110 अंक हैं. उसके अंकों का प्रतिशत 61.11 प्रतिशत है. भारत को मौजूदा चक्र में 4 मैच और खेलने हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ हैं. उधर WTC टेबल में साउथ अफ्रीका दूसरे स्थान पर है. साउथ अफ्रीकी टीम के 9 मैच में 5 जीत, तीन हार एवं एक ड्रॉ से 64 अंक हैं. उसका अंक प्रतिशत 59.26 है.

उधर ऑस्ट्रेलियाई टीम तीसरे स्थान पर है. ऑस्ट्रेलिया के 13 मैचों में 57.69 प्रतिशत अंक हैं. वहीं न्यूजीलैंड और श्रीलंका संयुक्त रूप से चौथे नंबर पर हैं जबकि इंग्लैंड छठे, पाकिस्तान सातवें, वेस्टइंडीज आठवें और बांग्लादेश नौवें नंबर पर है. इंग्लैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज फाइनल की रेस से पूरी तरह आउट हो चुका है.

Comments (0)
Add Comment