रेवांचल टाइम्स – मंडला जिले में ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि शासन प्रशासन को शासकीय कर्मचारी हो या संविदाकर्मी सबके अपने अपने नियम कानून चलते नजर आ रहे हैं कहीं भी किसी को जिले के मुखिया का भी डर नहीं रहा वर्तमान में लोकसभा चुनाव है जिसको पूर्ण कराने के लिए सभी को जिम्मेदारी दे दी गई है और आदर्श आचार संहिता का पूर्ण रूप से पालन करने के दिशानिर्देश स्वयं कलेक्टर ने दे दिए हैं लेकिन ऐसा लगता है कि आज भी कुछ जिम्मेदार पदों पर बैठे कुछ कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने में अपनी मनमानी ही कर रहे हैं..
ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत घुघरी के ग्राम पंचायत खम्हरिया का आया है जहां पर पंचायत में पदस्थ मोबलाईजर की मनमानी कहें या पंचायत के सचिव सरपंच का संरक्षण जिसके चलते विगत 2-3माह से मेडिकल लगाकर छुट्टी पर हैं लेकिन वेतनमान निरंतर चल रहा है..
इसके विषय में जब रेवांचल की टीम नें ग्रामीण जनों से बात की तो पता चला कि दिसंबर माह कुछ दिन हाजरी लगी है उसके बाद से आज तक केवल मेडिकल पर ही हैं..
और इस संबंध में जब मीडिया कर्मी जब पंचायत में जानकारी लेने गये तो आनन फानन में सचिव महोदय ने बताया कि मेरे द्वारा सी.ई.ओ साहब को जानकारी दे दी गई है और कार्रवाई भी चल रही है वहीं
खम्हरिया पंचायत के रोजगार सहायक जिनकी आये दिन शिकायत आती रहती है कि शराब पीकर पंचायत में कार्य करते हैं जिसके विषय पर सचिव से जानकारी ली गई तो पता चला कि उनको निलंबित कर दिया गया है फिर भी गांव में रहकर कार्य करते नजर आते हैं और जब भी कोई जाता है तो नदारद हो जाते हैं..
इनका कहना है.
मेरी तबियत ठीक न होने की वजह से मैं मेडिकल लेकर छुट्टी पर हूं और अभी आठ हफ्ते की मेडिकल लीव पर हूं..12 मई से वापस ज्वाइन करूंगी.
रमोती कुंजाम
मोबलाईजर
ग्राम पंचायत खम्हरिया.
मेरे द्वारा सी.ई.ओ साहब को जानकारी दे दी गई है जिससे काम भी प्रभावित हो रहा है रोजगार सहायक भी नहीं हैं और जो आये हैं वो भी मेरी बात नहीं सुनते ..और रमोती मैडम मेडिकल लीव पर हैं. 12 मई के बाद आना होगा उनका..
स्वरूप सिंह
सचिव खम्हरिया
हमें के वाई सी और संबल कार्ड का रजिस्ट्रेशन कराना होता है लेकिन पंचायत में कोई करने वाला नहीं है और यदि इसी तरह ही मेडिकल लेकर छुट्टी पर ही जाना है तो मोबलाईजर की सेवा समाप्त करके किसी अन्य को मौका दीजिए ताकि काम समय पर हो सके और हम लोगो परेशान हो रहे हैं उनको परेशानी नहीं होगी..
शिवलाल
ग्रामीण