प्रभु यीशु को याद करके मनाया गया मनाया गुड फ्राइ डे का पर्व,सी एन आई चर्च में किया गया आयोजन…

रेवाचंल टाईम्‍स मण्‍डला – गुड फ्राइ डे के दिन ईसाई धर्म के लोगों के द्वारा मनाया जाने वाला यह त्‍योहार है, वही इसका नाम सुनने से लगता है कि यह कोई जश्‍न होगा । हिंदुओं के त्योहार होली-दिवाली हों या मुस्लिमों की ईद हो, हर जाति धर्म के लोगों के त्योहार हमारे देश में बेहद ही धूमधाम से मनाएं जाते हैं. इन्हीं त्योहारों में से एक है गुड फ्राइ डे. यह ईसाइयों के खास पर्वों में से एक है. गुड फ्राइ डे को ग्रेट फ्राइडे और होली फ्राइडे भी कहते हैं. मान्यता है कि आज के दिन प्रभु यीशु मसीह को कई यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया गया था. यही कारण है कि यह दिन ब्लैक फ्राइ डे के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि ईसाई धर्म में मान्यता है कि यीशु मसीह ने अपनी कुर्बानी लोगों की भलाई के लिए दी थी इसलिए वे इसे गुड ही कहते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है। गुड फ्राइ डे को शोक दिवस के तौर पर मनाया जाता है ।गुड फ्राईडे मसीही समुदाय का बहुत ही खास त्यौहार है, इस पर्व को सेलिब्रेट करने के लिए मसीही समाज के द्वारा कुछ दिन पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई थी,उनके जीवन के अमूल्य बलिदान को याद किया गया। इस दिन अधिकतर लोगों ने उपवास रखा सभी लोग चर्चों में विशेष आराधना सभाओं में शामिल हुए, बहुत से चर्चों के द्वारा क्रूस की यात्रा, रैली का आयोजन किया गया। इस दिन यीशु के द्वारा उठाये गये दुखों को याद किया गया,दुख से भरे विशेष आराधना के गीतों को गाया जाता है, यीशु के द्वारा बोले गये कथनों पर मनन किया गया ।

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