फिर हुई बाघ की मौत…

 

रेवांचल टाईम्स – मंडला, जिले के सिझौरा परिक्षेत्र के चंदिया ग्राम से रेस्क्यू किये गये टाईगर की उपचार के दौरान मौत
दिनांक 05.03.2024 को कान्हा टाईगर रिजर्व के अंतर्गत सिझौरा परिक्षेत्र के ग्राम चंदिया में एक नर बाघ की उपस्थिति देखी गयी, जिसकी आयु लगभग 12 से 13 वर्ष थी। उक्त बाघ की पहचान कान्हा टाईगर रिजर्व के टी 67 के रूप में की गयी। बाघ वृद्ध अवस्था में होने व शिकार करने में सक्षम न होने के कारण आबादी वाले क्षेत्र में मवेशियो का शिकार आसानी से करने हेतु प्रवेश किया गया था। चंदिया ग्राम में इस बाघ की सूचना स्थानीय ग्रामीणों द्वारा परिक्षेत्र अधिकारी सिझौरा को दी गयी। सूचना प्राप्त होते ही कान्हा टाईगर रिजर्व की रेस्क्यू दल द्वारा क्षेत्र संचालक एस.के. सिंह के नेतृत्व में शारिरिक रूप से कमजोर एवं बीमार बाघ का शीघ्र रेस्क्यू कर कान्हा टाईगर रिजर्व के मुक्की परिक्षेत्र में विशेष तौर तैयार किये क्वारेन्टाइन हाउस/वन्यप्राणी उपचार चिकित्सालय में रख कर बाघ का विगत 10 दिवस से डा. संदीप अग्रवाल, वन्यप्राणी चिकित्सक जबलपुर के वन्यप्राणी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में बाघ का उपचार किया जा रहा था, किन्तु बाघ वृद्धावस्था में होने से केनाईन व सामान्य दॉत प्राकृतिक रूप से गिऱ जाने के कारण उपलब्ध कराये जा रहे आहार को खाने में असर्मथ रहा। कान्हा प्रबंधन के लागातार प्रयास किये जाने उपरांत आज दिनांक 15.03.2024 को उक्त बाघ की उपचार के दौरान मुत्यु हो गयी। मृत्यु उपरांत राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल अनुसार मृृत बाघ का एस.के. सिंह, मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक, एन.एस. यादव, उप संचालक, बफरजोन, पुनीत गोयल, उप संचालक, कान्हा टाईगर रिजर्व, डॉ0 संदीप अग्रवाल, वन्यप्राणी चिकित्सक एवं कान्हा टाईगर रिजर्व के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में शव का परीक्षण कर आवश्यक अवयव फोरेंसिक जांच हेतु सुरक्षित रखकर सम्पूर्ण अवशेष को जलाकर नष्ट किया गया।

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