रेवांचल टाईम्स – बीते दिनांक 11 फरवरी को किसान नेताओं सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं को मध्य प्रदेश पुलिस ने बड़ी संख्या में घरों से उठाकर जेल पहुंचा दिया है। पुलिस ने यह सारी गिरफ्तारियां संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाए जा रहे 16 फरवरी के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर की है। गिरफ्तारियों की इन कार्यवाही में बरगी बांध विस्थापित संघ के राजकुमार सिन्हा को भी उनके घर से उठा लिया गया है। समझ में आ रहा है कि मोदी सरकार और मध्य प्रदेश में मोहन सरकार सामाजिक कार्यकर्ताओं और लोकतांत्रिक विरोध से डरते हैं। इनके पास अपने किए वादे और जन विरोधी नीतियों के पक्ष में कोई वाजिब तर्क और तथ्य नहीं है। पुलिस और जेल का डर दिखाकर आंदोलन को कुचलना चाहते हैं, जनता की आवाज को दबाना चाहते हैं जो कि संभव नहीं है। हम सामाजिक कार्यकर्ता और देश के तमाम जन आंदोलन मोदी जी को बता देना चाहते हैं कि इस तरह की कार्यवाहियों से ना ही जनता डरने वाली है और ना ही जन आंदोलन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता और ना ही किसान संघर्ष के साथी। जन संघर्ष मोर्चा मांग करता है कि मोदी और मोहन संवैधानिक तौर से शासन चलाएं और संवैधानिक व्यवस्थाओं के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं, किसान नेताओं को तत्काल रिहा करें।
विवेक पवार
जन संघर्ष मोर्चा महाकौशल
8770058897