भोपाल में लव जिहाद के खिलाफ कड़ा एक्शन: मुख्य आरोपी फरहान पुलिस एनकाउंटर में घायल

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लव जिहाद के एक सनसनीखेज मामले ने सुर्खियां बटोरी हैं। TIT कॉलेज की हिंदू छात्राओं को प्रेम जाल में फंसाकर उनका शारीरिक शोषण करने वाले मुख्य आरोपी फरहान को पुलिस ने एनकाउंटर में पकड़ लिया। इस दौरान फरहान के पैर में गोली लगी, जब वह पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश कर रहा था। इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है।

पुलिस की कार्रवाई और एनकाउंटर की कहानी

अशोका गार्डन थाना पुलिस के मुताबिक, फरहान को अन्य आरोपियों की तलाश में बिलकिस गंज ले जाया जा रहा था। रास्ते में उसने बाथरूम जाने का बहाना बनाकर पुलिस की गाड़ी रुकवाई। मौके का फायदा उठाते हुए फरहान ने सब इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनने की कोशिश की। इसी खींचतान में पिस्तौल से गोली चली, जो फरहान के पैर में जा लगी। घायल फरहान को तुरंत हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि यह घटना फरहान की भागने की साजिश का नतीजा थी।

मंत्री का सख्त बयान

इस घटना पर मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “ऐसे अपराधियों के साथ कोई नरमी नहीं बरतनी चाहिए। फरहान जैसे लोगों को पैर में नहीं, सीधे छाती पर गोली मारनी चाहिए थी।” उन्होंने कहा कि ऐसे कुकृत्य करने वालों को जीने का कोई अधिकार नहीं है, ऐसे लोग पृथ्वी पर बोझ है। उनका यह बयान इस मामले की गंभीरता को और उजागर करता है।

लव जिहाद का घिनौना चेहरा

पुलिस जांच में सामने आया कि फरहान और उसका साथी अबरार एक संगठित गिरोह चला रहे थे, जो हिंदू छात्राओं को निशाना बनाता था। यह गिरोह पहले लड़कियों को प्रेम के झूठे जाल में फंसाता, फिर उनका शारीरिक शोषण करता और आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। इतना ही नहीं, इन लड़कियों पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया जाता था। फरहान ने पुलिस पूछताछ में दावा किया कि वह “सबाब का काम” कर रहा था, जो इस मामले को और भी गंभीर बनाता है।

समाज में आक्रोश, पुलिस की सतर्कता

यह मामला सामने आने के बाद भोपाल में लोगों का गुस्सा चरम पर है। पुलिस ने इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश तेज कर दी है और छात्राओं की सुरक्षा के लिए कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है। यह घटना न केवल लव जिहाद जैसे अपराधों की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि समाज को ऐसी साजिशों के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी भी देती है। भोपाल पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचने की कोई गुंजाइश नहीं। यह मामला अब न केवल कानूनी, बल्कि सामाजिक बहस का विषय बन चुका है।

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