रेवांचल टाइम्स मंडला सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज कि असीम कृपा से ब्रांच नैनपुर संत निरंकारी सत्संग भवन में ऋषिकेश उत्तराखंड से पधारे संत श्री महादेव कुडियाल जी के सानिध्य में विशाल संत समागम का आयोजन हुआ, सत्संग में संत कुडियाल जी ने अपने पावन वचनों में फरमाया की समागम जहां होता है जहां संतों महात्माओं का संगम होता है वहां अष्टसिद्धियां नवनिधियां समस्त देवी देवताओं और समस्त शक्तियों के साथ विराजमान हो जाते है और इन्सान के जीवन को सारे सुख प्रदान करते है, इंसान के जीवन का परम लक्ष्य है की ब्रह्मज्ञान को प्राप्त कर इस आत्मा को परमात्मा से मिलाकर ये जीवन सुखी और परलोक सुहेला करना है, ब्रह्मज्ञान से ही प्रेम उत्पन्न होता है जो समस्त मानव जाति के लिए वरदान है, अंत में पावन वचनों में समस्त विश्व के कल्याण की प्रार्थना करते हुए फरमाया की सेवा सिमरन सत्संग करते हुए अपने जीवन को सफल बनाना है, सत्संग की सुन्दर व्यवस्था गोपाल ठाकुर, कैलाश कटियार, मूरत सिंह राजपूत द्वारा की गई व मंच संचालन कृष्णा महलवंशी द्वारा किया गया, सत्संग में केवलारी,खेरांजी,देहवानी, मुंगापार, नैनपुर की संगत आदि उपस्थित रही, अंत में मुखी महात्मा ज्वाला प्रसाद विश्वकर्मा ने आई हुई संगत व संतों का आभार प्रकट किया।।