रेवांचल टाईम्स – मंडला मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले में यूं तो कई तरह की समस्याओं का अंबार लगा हुआ है लेकिन इस समय समस्याओं से नागरिक अत्यंत परेशान हो रहे हैं स्कूल भवनों की हालत खस्ता है स्कूलों में पढ़ाई ठप हो चुकी है प्राइवेट व सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नाम मात्र के लिए हो रही है सिर्फ फीस वसूली का कार्यक्रम चल रहा है स्कूलों में तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद नहीं है शिक्षक अप डाउन कर रहे हैं पढ़ाई चौपट हो गई है सड़कों की हालत खस्ता हो गई है सभी योजनाओं के अंतर्गत बने लगभग सभी मार्ग दम तोड़ चुके हैं जिनकी मरम्मत नहीं की जा रही है नए सड़कों के निर्माण कार्य में भी गुणवत्ता को साथ में रखा जा रहा है तेजी के साथ कार्यों को पूरा नहीं कराया जा रहा है मां नर्मदा के तटों के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है संगम तट सहित अन्य घाटों में व्यवस्थित विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं पानी की समस्या बढ़ती जा रही है जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यों में भारी धांधली लापरवाही और मनमानी की जा रही है नई नल जल योजनाओं की स्वीकृति प्रदान नहीं की जा रही है प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट हो गई है ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों से लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है आंगनवाड़ी केंद्रों के स्व सहायता समूह को समय पर राशन व राशि नहीं दी जा रही है शिशुपाल ना केंद्र शुरू नहीं किए जा रहे हैं अतिथि शिक्षकों और साक्षर भारत मिशन के प्रेरकों को स्थाई रूप से काम नहीं दिया जा रहा है राजस्व की समस्याओं का अंबार लगा हुआ है राजस्व कार्यालयों में लूट चालू है पटवारी मुख्यालय में नहीं रह रहे हैं इसके अलावा तमाम तरह की समस्याएं हैं जिनका निराकरण महिला जिले में नहीं किया जा रहा है जना अपेक्षा है शीघ्र ही सभी समस्याओं का निराकरण किया जावे।