रेवांचल टाईम्स – मंडला जिला पंचायत मंडला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की घोर लापरवाही के कारण ग्राम पंचायतों में मनमानी, धांधली और लापरवाही चरम सीमा पर पहुंच गई है। लगभग सभी ग्राम पंचायतों में यु़़द्ध स्तर पर रोजगार मूलक व अन्य कार्य शुरू व पूरे नहीं किये जा रहे हैं। अनेक काम अधर में लटके हुए हैं, जिन्हें पूरा करने की कार्यवाही शासन प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही हैं। पंचायतों में मासिक बैठक नहीं हो रही है। पंचों को मासिक बैठक का पैसा पिछले कई वर्षों से नहीं मिल रहा है। ग्राम सभा मे पारित प्रस्तावों में कार्यवाही नहीं की जा रही है। लगभग सभी ग्रामसभा में पारित प्रस्तावो पर कोई भी कार्य नहीं किये जाने का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाये जा रहे हैं। ग्राम पंचायतों के कार्यालय नियमित रूप से नहीं खुल रहे हैं। सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक हमेशा गायब रहते हैं। ग्राम पंचायतों से संबंधित सीएम हेल्पलाईन और जिलास्तरीय जनसुनवाई की शिकायतों के निराकरण में भारी गोलमाल किये जाने की जानकारी मिल रही है। इस तरह की घोर लापरवाही जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की लापरवाही की वजह से चरम पर पहुंच गई है। इसी तरह का अनुसरण जिले की जनपद पंचायत नैनपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा किया जा रहा है लगभग 74 ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत नैनपुर में है लगभग सभी ग्राम पंचायतों में विकास कार्य तेजी के साथ आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है। ढेर सारे काम अधूरे पड़े हैं। फर्जी तरीके से स्वच्छ भारत मिशन पर ग्रामों को ओडीएफ किया गया है व किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिषन अंतर्गत पूर्व में बनाए गए शौचालय जर्जर हो चुके हैं, जिनकी मरम्मत नहीं की जा रही है। नए शौचालयों का निर्माण नहीं किया जा रहा है। पंचायतों में खुले आम शौच किया जा रहा है। खुले में शौच मुक्ति की कार्यवाही कागज में अधिक की जा रही है। गंदगी चरम पर पहुंच गई है। स्वच्छ भारत मिषन के अंतर्गत जनपद पंचायत नैनपुर में भारी फर्जीवाड़ा किया गया व किया जा रहा है। नागरिकों का आरोप है कि जनपद पंचायत नैनपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की बेहोषी की वजह से ग्राम पंचायतों में मनमानी, धांधली और लापरवाही करने में सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक उतारू हो गए हैं। तालाबों का गहरीकरण, नए तालाबों का निर्माण, जल स्त्रोतों की साफ-सफाई का कार्य नहीं कराया जा रहा है, और ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार जम कर किया जा रहा है आज बेलगाम हो चुके है सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, और उपयंत्री, जन अपेक्षा है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी के खिलाफ दिन्नात्मक कार्यवाही शासन प्रशासन द्वारा की जावे।