रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति पर बवाल
एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय में किया जमकर प्रदर्शन
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कुलपति राजेश वर्मा की नियुक्ति पर विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में जमकर प्रदर्शन किया।एनएसयूआई का आरोप है कि राजेश वर्मा की कुलपति पद पर नियुक्ति नियमों के खिलाफ जाकर की गई है. कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि राजेश वर्मा ने इस पद को पैसे के बल पर हासिल किया है। यह नियुक्ति न केवल विश्वविद्यालय के नियमों का उल्लंघन है, बल्कि शैक्षणिक और नैतिक मूल्यों के भी खिलाफ है। एनएसयूआई ने राजेश वर्मा को अपात्र बताते हुए उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की।
वहीं विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राजेश वर्मा की कुलपति पद पर नियुक्ति शासकीय अधिनियम और राज्यपाल द्वारा की गई है. प्रदर्शनकारियों को पहले नियम और प्रतिक्रिया की जानकारी लेना चाहिए, क्योंकि यूजीसी रेगुलेशन एक्ट के तहत नियुक्ति हुई है।
सूपाताल छुई खदान निवासी आसिफ मंसूरी उर्फ शिब्बू खान शहर का कुख्यात बदमाश है। अलग-अलग थानों में इसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट जैसे संगीन अपराध दर्ज हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की है। आरोपी ने पुरानी रंजिश में 1 नवंबर को गढ़ा निवासी दिनेश झारिया की निहाल केवट, राधे, अज्जू और बुच्ची के साथ मिलकर चाकू मार कर हत्या कर दी थी। गढ़ा थाना पुलिस ने घटना के एक सप्ताह बाद शिब्बू के सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन आसिफ लगातार फरार चल रहा था। पुलिस ने कई बार उसकी तलाश में छापे मारे पर वह नहीं मिला।