केन-बेतवा लिंक परियोजना की पीएम ने रखी नींव,65 लाख लोगों को मिलेगा फायदा

मध्य प्रदेश के खजुराहो में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केन-बेतवा लिंकिंग प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इस योजना का फायदा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों को होगा। दोनों राज्यों के करीब 55 लाख लोगों की पेयजल की समस्या दूर होगी। इस परियोजना के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचाई और 2.13 किलोमीटर लंबाई वाला बांध बनाया जाएगा।इस योजना से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के लोगों की पेयजल समस्या दूर होगी। साथ ही सिंचाई के लिए भी जल की उपलब्धता होगी। इस परियोजना में बनाए जाने वाले बांध में 2,853 मिलियन घन मीटर पानी का संग्रहण करने की क्षमता होगी।

क्या है केन-बेतवा लिंक परियोजना ?

इस परियोजना के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचाई और 2.13 किलोमीटर लंबाई वाला बांध बनाया जाएगा। इसे दौधन बांध कहा जाएगा। इसके साथ ही दो टनल का निर्माण कर बांध में 2,853 मिलियन घन मीटर पानी को स्टोर किया जाएगा।इस परियोजना का सबसे बड़ा लाभ मध्य प्रदेश को होगा। मध्य प्रदेश के पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी एवं दतिया इससे लाभान्वित होंगे। वहीं उत्तरप्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा में भी पानी पहुंच सकेगा।

इस परियोजना की कब हुई शुरुआत

अटल बिहारी जब देश के प्रधानमंत्री थे तब देश की 36 नदियों को आपस में जोड़ने का फैसला किया गया था. उनमें से एक प्रोजेक्ट केन-बेतवा नदी को लेकर भी था. हालांकि, कई सालों से ये काम अटका था.परियोजना के तहत केन और बेतवा दोनों नदियों को जोड़ने के लिए एक नहर बनाई जाएगी और दौधन बांध का निर्माण कर केन नदी का पानी बेतवा तक पहुंचाया जाएगा.

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