पद्मश्री सम्मानित बैगा चित्रकार जोधइया बाई का निधन
पद्मश्री सम्मानित बैगा चित्रकार जोधइया बाई का निधन हो गया। उन्होंने 86 साल की आयु में आज अपने गांव लोढ़ा में अंतिम सांस ली। बीते कई दिनों से जोधइया बाई बीमार चल रही थी। वह आदिवासी एक महिला थी जिन्होंने बैगा चित्रकारी को एक नया मुकाम दिया था।
कुछ महीने पहले जोधइया बाई को एसी एंबुलेंस से जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें न्यूरोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट और कार्डियोलॉजिस्ट की जरूरत थी जो उमरिया जिला अस्पताल में उपलब्ध नहीं थे। जयदा उम्र बढ़ जाने के कारण उनकी स्थित और भी ज्यादा कमजोर होती जा रही थी और वह खाना भी नहीं पा रही थी। भोजन न कर पाने के कारण उनका शरीर और अधिक कमजोर हो गया था।
जोधइया बाई को साल 2022 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में असाधारण कार्य के लिए जोधइया बाई बैगा को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित किया था। वहीं, साल 2023 में गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पद्म पुरस्कार’ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया था।