प्रथम विज्ञान मेला में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा लगाया गया स्टॉल
किसानों को नई तकनीक के जरिये सिचाई का पानी दिये जाने की दी जा रही जानकारी
मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर प्रथम विज्ञान मेला का आयोजन जिला प्रशासन सहित अन्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विटरनरी कॉलेज मैदान में किया जा रहा है। जिसमें नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के द्वारा स्टॉल लगाया गया। जिसके माध्यम से किसानों सहित युवाओं को प्राधिकरण की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है ।
महाकोशल विज्ञान मेले का शुभारंभ
देश के कई नामी वैज्ञानिक हुए शामिल
जन जन में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने के लिए 15 से 18 नवंबर तक आयोजित प्रथम महाकोशल विज्ञान मेले का शुभारंभ वेटरनरी कालेज मैदान में शुक्रवार को हुआ। मेले का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा किया जाना था लेकिन उनका आगमन निरस्त होने पर कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने मेले का शुभारंभ किया। शहर में पहली बार ऐसा विज्ञान मेला आयोजित हो रहा है जिसमें इसरो डीआरडीओ सहित अन्य संस्थाओं के प्रसिद्ध वैज्ञानिक आकर छात्रों से चर्चा कर रहे हैं और उन्हें नई टेक्नोलॉजी से रूबरू करवा रहे हैं। इस मेले का मुख्य आकर्षण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ी नई-नई जानकारियों का प्रदर्शन हैं।
मुख्य अभियंता इंजीनियर डी एल वर्मा के मुताबिक कटनी ,सतना ,रीवा ,मैहर में टनल बनाकर पाइप के माध्यम से किसानों को सिचाई के लिये पानी दिया जाएगा । जिसका कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना है । नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की के इंजीनियर डी एस दोनेरिया के मुताबिक प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही सिंचाई योजनाओं की जानकारी विज्ञान मेला के माध्यम से सभी लोगों को दी जा रही है