बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ से रामराजा सरकार की नगरी ओरछा के लिए बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा शुरू हो गई। यात्रा शुरू करने के पहले महाराज श्री ने सुबह भगवान बागेश्वर महादेव और बालाजी की पूजा-अर्चना की। आरती करने के बाद उन्होंने राष्ट्रध्वज फहराकर राष्ट्रगान गाया। इसके बाद महाराज श्री के आह्वान पर हजारों लोगों ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत करीब 11 उनकी पैदल यात्रा शुरू हो गई।
160 किलोमीटर की पदयात्रा
यह पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी। पदयात्रा में देश के कई संतों की उपस्थिति हैं। चार दिनों तक यह यात्रा छतरपुर जिले में ही रहेगी। धीरेंद्र शास्त्री 160 किमी तक चलने वाली इस पदयात्रा में पैदल ही निकल चुके हैं।
बागेश्वर धाम से पैदल यात्रा शुरू करने के दौरान पीठाधीश्वर महाराज श्री ने लोगों से कहा कि वह शालीनता के साथ पदयात्रा में चलें। एक दूसरे का ख्याल रखें। यह एकता यात्रा सभी सनातनियों को जोड़ने के लिए शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि जब तक सभी सनातनियों को एक माला में नहीं पिरोया जा रहा तब तक उनकी कोशिश जारी रहेगी। अखंड भारत हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए उन्होंने सभी सनातनी प्रेमियों का सहयोग मांगा।
महाराज जी ने कहा कि मंदिरों और मस्जिदों में भी राष्ट्रगीत गाया जाना चाहिए ताकि यह पता चल सके कि इस मातृभूमि से किसे प्रेम है और कौन नफरत करता है।
पदयात्रा में सभी हिन्दू समाजों को एकजुट करने के उद्देश्य से विभिन्न समाजों के महापुरुषों को झांकियों के रूप में सम्मिलित किया जा रहा है। यात्रा में ऐसे 15 रथ तैयार किए गए हैं जिनमें गौरथ, महापुरुषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ, बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल है। इसके अलावा अपने बालों से 160 किमी तक रथ को खींचने वाले बुन्देलखंड के खली बद्री विश्वकर्मा भी उपस्थित रहेंगे। इस पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे। पदयात्रा के दौरान कई डीजे वाहन, घोड़े, बग्घी आदि भी सम्मिलित होंगे।