रेवांचल टाईम्स – वर्तमान में लोकसभा चुनाव की तैयारी में निर्वाचन आयोग से लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी सब के सब लगे हुए है कि इस लोक तंत्र के महापर्व को पारदर्शिता से सपन्न किया जा सके जिजमे सभी पार्टी अपने अपने दाबे जनता के सामने रख रही है औऱ निर्वाचन के सख्त आदेश के बाद भी आचार संहिता का उल्लंघन करने पर संगठन से बर्खास्तगी या उचित कार्यवाही हो सकती है। आचार संहिता महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यवहार के नियमों को स्पष्ट रूप से बताती है और पूर्व चेतावनी के लिए आधार प्रदान करती है।
सूत्रों से जानकारी के अनुसार डिंडोरी जिले मेंआचार संहिता में एक फोटो सोशल मिडिया में तेजी से वायरल हुआ जिजमे स्पस्ट नजर आ रहा कि भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों औऱ कार्यकर्ताओं के द्वारा भगवान श्री राम की तस्वीर लगी कैलेंडर जो कि इस कैलेंडर में मध्य प्रदेश शासन लिखा हुआ है जिसे भाजपा कार्यालय के सामने टेबल रखकर आते-जाते राहगीरों को बांटते कुछ तस्वीर कैमरे में कैद हुई है अगर देखा जाए तो आचार संहिता में इस तरह के कृत्य आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है, देखा गया कि भाजपा जिला अध्यक्ष अवध राज बिलैया ही बैठकर मध्य प्रदेश शासन लिखा हुआ एवं भगवान श्री राम की छायाचित्र वाली कैलेंडर बंटवाते तस्वीर में नजर आ रहे हैं जानकारी के अनुसार आचार संहिता और चुनाव प्रसार में किसी धार्मिक देवी देवताओं को लेकर प्रचार करना वर्जित है लेकिन केंद्र एवं राज्य में भाजपा की सरकार है तो क्यों ना कार्यकर्ता एवं अध्यक्षों का वजन जिले में बढ़ता नजर ना आए बता दे की कल 17 तारीख दिन बुधवार को मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव का डिंडोरी आगमन होने जा रहा है उसके एक दिन पहले ही भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा आचार संहिता का दिनदहाड़े आचार संहिता का उल्लंघन करते नजर आ रहें है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन औऱ जिला निर्वाचन अधिकारी इस पर कोई कार्यवाही करता है या इन्हे जीवनदान दिया जाएगा। औऱ ऐसे ही इस लोकतंत्र के माह पर्व पर अपनी भूमिका दिखाई जाऐगी अब निर्णय मतदाताओं औऱ निर्वाचन अधिकारी को ही करना है, क्या सही है क्या गलत है।