रेवांचल टाईम्स – मंडला, दिनॉक 12-01-2024 की सुबह 9 बजे जिला शासकीय पुस्तकालय मण्डला मे स्वामी विवेकानन्द जयन्ती की उपलक्ष मे सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया इस अवसर मे डा0 मुकेश कुमार लाल प्रभारी ग्रंथपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द बडे स्वप्नदृष्टा थे उन्हाने एक ऐसे समाज की कल्पना की थी जिसमें धर्म या जाति के आधार पर मनुष्य-मनुष्य मे कोई भेद न रहे । उन्होंने वेदान्त के सिद्धातो को इसी रूप में रखा । अध्यात्मवाद बनाम भौतिकवाद के विवाद में पडे बिना भी यह कहा जा सकता है कि समता के सिद्धान्त का जो आधार उन्होंने दिया उससे सबल बौद्धिक आधार शायद ही ढूॅढा जा सके। इस अवसर पर छात्र-छात्राए एवं सदस्य गण उपस्थित थे उनके नाम इस प्रकार है प्रिया कुशवाहा, मानसी राय, गगन छॉटा,नीरज पन्द्रे, पिंकी मरावी, दुर्गा तिवारी,दीपक मानेश्वर, संदीप कुमार धुर्वे, विजय कुमार मरावी, अंराकित जौहरी,, नागेन्द्र शाह धूमकेती, सुमित सिगौर, आशीष यादव, देवेन्द्र मसराम, गौतम सिंधिया, सुरेन्द्र सिंह, हरवंश कुमार, देवेन्द्र जंघेला, संदीप धुर्वे, परूषोत्तम साहू,सुरेन्द्र यादव, राम मौर्या, सोहित यादव, रागनी सॉहू, विकास कछवाहा अरूण कुमार मरावी,स्वेता महान, शालनी मरावी , सगीता सरोते, अखलेश तेकाम, प्रभा वरकडे, दयावती धुव्रे लीना यादव, सरिता कुलस्ते, अंकिता भावरे हर्षिता सिंधिया, वही विनायक ताम्वे ने बतलाया कि स्वामी विवेकानन्द आज भी युवाओ के प्रेरक है उन्हाने कहा कि पहले हर अच्छी बात का मजाक होता है और अंत मे उसे स्वीकार कर लिया है।