उत्तर भारत में सर्दी (winter) का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है और सर्दियां आते ही लोगों में आलस भी बढ़ जाता है. लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपनी फिजिकल हेल्थ (physical health) को लेकर इतने ज्यादा एक्टिव रहते हैं कि उन्हें सर्दी या गर्मी से कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन सर्दियों के मौसम में रनिंग या एक्सरसाइज (excercise) करते समय कुछ बातों का ख्याल रखना काफी जरूरी होता है. कोई भी दिक्कत होने पर हमारा शरीर संकेत देता है. ऐसे में अगर आप शरीर पर ध्यान देंगे तो आपको पता होगा कि कहां पर आपको रुकना है.
रनिंग या वर्कआउट करते समय अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द आदि हो रहा है तो आपको इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही जरूरी है कि सर्दियों के मौसम में कोई भी भारी भरकम एक्सरसाइज करने से पहले फिटनेस एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें.
तो अगर आप भी सर्दियों में सुबह-सुबह रनिंग या वर्कआउट करते हैं तो जरूरी है कि कुछ बातों का ख्याल रखें. आइए जानते हैं इनके बारे में-
वॉर्म-अप है जरूरी- रनिंग या कोई भी हैवी एक्सरसाइज करने से पहले जरूरी है कि आप कुछ देर वॉर्म-अप करें. ठंडे तापमान में शरीर की मसल्स टाइट हो जाती हैं जिससे स्ट्रेन और चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप वॉर्म-अप करें जिससे आपका हार्ट और बॉडी एक्टिव पोजीशन में आ जाए.
लेयरिंग है जरूरी- ठंडे मौसम में एक्सरसाइज करते समय जरूरी है कि आप अच्छे से कपड़े पहन कर जाएं. जरूरी है कि आप लेयरिंग इस तरह से करें कि आपका शरीर गर्म रहे. जरूरी है कि आप अंदर मॉइश्चर को सोखने वाला कपड़ा पहनें. इसके साथ ही बाहर से वॉटरप्रूफ या विंड प्रूफ जैकेट पहनें.
हाथ-पैरों को करें प्रोटेक्ट- ठंड के मौसम में रनिंग या एक्सरसाइज करते समय ध्यान रखें कि हाथों में ग्लव्स और पैरों में थर्मल जुराब और जूते जरूर पहनें , ताकि आपके हाथ-पैर गर्म रहें. इसके साथ ही कानों को ढकने के लिए टोपी जरूर पहनें.
हाइड्रेटेड रहें- भले ही बाहर मौसम ठंडा है लेकिन खुद को हाइड्रेट रखना काफी जरूरी है. ठंडे मौसम में सांस लेने की वजह से आपकी बॉडी डिहाईड्रेट हो सकती है, ऐसे में रनिंग से एक घंटा पहले या एक घंटे बाद पानी पिएं.
अपनी बॉडी की सुनें- जरूरी है कि आप अपने शरीर की सुनें. अगर रनिंग या एक्सरसाइज करते समय आपको किसी भी तरह का दर्द, शरीर के किसी हिस्से का सुन्न होना या असहज महसूस हो रहा है तो अपने शरीर पर किसी भी तरह का प्रेशर ना डालें.
पोस्ट-वर्कआउट रिकवरी- दौड़ने के बाद, जकड़न और चोटों से बचने के लिए एक्सरसाइज के बाद की रिकवरी को प्राथमिकता दें. इसके लिए स्ट्रेच करें और मांसपेशियों के तनाव को कम करने के लिए फोम रोलर्स या रिकवरी टूल का उपयोग करें.