जबलपुर। मेडिकल कॉलेज में एम्बुलेंस माफियाओं के इतने हौसले बुलंद है की उन्होंने एम्बुलेन्स का किराया मनमानी दर पर कर रखा है। अगर कोई मरीज बाहर से एम्बुलेन्स सुविधा लेना चाहता है तो मेडिकल के एम्बुलेन्स चालक गुंडागर्दी और मारपीट पर उतारू हो जाते है। पूर्व में ऐसे कई मामले सामने आ चुके है। उसके बावजूद भी इन एम्बुलेन्स चालको के विरुद्ध कोई लगाम लगाने वाला नही। मजबूरी में मरीज के परिजनों को मनमाने रु देकर अपने मरीजों को ले जाना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला मेडिकल से प्रकाश में आया जहा रीवा से मरीज को इलाज कराने लाए परिजनों ने अपने बीमार मरीज को इलाज के लिए भर्ती किया। इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। वहीं जब परिजन शव को रीवा ले जाने के लिए एम्बुलेन्स चालकों से संपर्क किया तब परिजनों के होश उड़ गए। पीडि़त परिजनों रीवा शव ले जाने के 13 हजार रु एम्बुलेन्स चालको के द्वारा मांगा गया। वहीं जब मेडिकल में परिजनों ने प्री पेड बूथ से एम्बुलेन्स करवानी चाही तो वहाँ भी 13 हजार रुपये मांगा गया। जहा प्रीपेड बूथ और एम्बुलेन्स चालकों की मिली भगत सामने उजागर होती हुई दिखाई दी। जहा मेडिकल कालेज में पूरा का पूरा एम्बुलेन्स माफियाओं का रैकेट चल रहा है। जिसे कोई रोकने वाला नहीं। वही पीडि़त कैलाश जैसवाल ने बताया की जब उसने बाहर की एम्बुलेन्स बुलाने की बात कही तो एम्बुलेन्स माफिया उन्हें धमकिया देने लगें। जिसके बाद अभिषेक पाठक ने पीडि़त परिजनों की मदद कर एम्बुलेन्स की सुविधा मुहैया करवाकर पीडि़तों को रीवा भिजवाया।