शहर की ज्यादातर सड़कें पहले से ही जर्जर थीं, अब वर्षाकाल में और ज्यादा बदहाल हो गई हैं। मुख्य सड़कों में जहां गड्ढे हो गए हैं वहीं अनेक सड़कों के परखच्चे उड़ गए हैं।गारंटी पीरियड की सड़कें भी घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गईं। न सिर्फ आम बल्कि खास कहे जाने वाले भी जर्जर सड़कों में हिचकोले खाकर निकल रहे हैं। ऐसा ही हाल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह की विधानसभा क्षेत्र का है जहां सड़कें निर्माण कार्य में किए गए भ्रष्टचार की कहानी भी बयां कर रही हैं। यह नजारा किसी गांव की पगडंडी का नहीं बल्कि रामपुर से गौरी घाट जाने वाले मुख्य मार्ग का है 7 माह पूर्व 7 करोड़ की लागत से इस सड़क का निर्माण कराया गया था लेकिन बारिश ने सड़क निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी। इस भ्रष्टाचार को लेकर गुरुवार को कांग्रेस पार्षद दल ने बैलगाड़ी यात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया और नगर निगम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने आरोप लगाया कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है जिसका जीता जागता उदाहरण यह मुख्य मार्ग है जो कुछ ही समय में गधों में तब्दील हो गया इस मार्ग से रोजाना हजारों लोग मां नर्मदा के दर्शन के लिए जाते हैं। लोक निर्माण विभाग मंत्री के कार्यक्षेत्र के जब ऐसे हालात है तो पूरे प्रदेश की सड़कों का क्या हाल होगा सत्ता पक्ष में बैठे जनप्रतिनिधि रोजाना इस मार्ग से निकलते हैं लेकिन उन्होंने ठेकेदार पर कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठाई।