जबलपुर। नगर निगम की बजट बैठक में दस्तावेजों पर थूक लगाने की बात को लेकर शुरू हुए हंगामें और आरोप प्रत्यारोप के बीच पार्षद जीतू कटारे ने निगम अध्यक्ष को आवेदन देकर इसकी जाँच की माँग की है। पार्षद जीतू कटारे ने ही भरे सदन में कांगे्रस पार्षद हीरा सफीक पर दस्तावेज में थूक लगाकर यह दस्तावेज निगम अध्यक्ष और महापौर को देने का आरोप लगाया था। लेकिन कांगे्रस पार्षद उनके आरोपों को झूठा बताकर हंगामा करने लगे। जिसके विरोध में पार्षद जीतू कटारे ने इस मामले का वीडियो फुटेज निकालने के लिए निगम अध्यक्ष से मांग की साथ ही ऐसा पाए जाने पर कार्रवाही की भी माँग की है।
यह है मामला
कल बजट बैठक में कांगे्रस पार्षद शफी हीरा द्वारा भाजपा पार्षदों के खिलाफ यह आरोप लगाया जा रहा था कि भाजपा पार्षद अपने ही क्षेत्र का कचरा नहीं उठा पा रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने कुछ फोटो सबूत के तौर पर सदन में दिखाए। इन फोटो को पलटते समय वह पन्नों पर थूक लगा रहे थे। जैसे ही यह फोटो पेज उन्होंने महापौर और आसंदी में बैठे अध्यक्ष को दिए तो भाजपा पार्षद जीतू कटारे ने इस पर कड़ा विरोध जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। लेकिन नेता प्रतिपक्ष और कांगे्रस पार्षद उनके इस आरोप को झूठा बता रहे थे। जिसके बाद भाजपा पार्षद जीतू कटारे ने अपनी बात को साबित करने के लिए निगम अध्यक्ष से इसका वीडियो दिखाने की बात कही। जिसमें पर कांगे्रस पार्षद भी सहमत हुए।
अपनी बात साबित करने मांगे वीडियो
अपनी बात को साबित करने के लिए पार्षद जीतू कटारे ने निगम अध्यक्ष को कल एक पत्र लिखा और माँग की है कि बैठक के दौरान पार्षद शफीक हीरा का यह वीडियो सामने लाया जाए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। वहीं उन्होंने निगम अध्यक्ष से यह भी मांग की है कि सच्चाई सामने आने के बाद पार्षद शफीक हीरा पर कार्रवाही की जाए।
अशोभनीय हरकत
पार्षद जीतू कटारे ने कहा कि एक पार्षद द्वारा सदन में थूक लगाकर कोई दस्तावेज महापौर और अध्यक्ष को देना अशोभनीय है। किसी भी पार्षद द्वारा की गई यह हरकत गलत है। मैने जो आरोप शफीक हीरा पर लगाए वह सही हैं लेकिन कांगे्रस पार्षद उलटा उन्हें ही झूठा साबित करने में लगे हुए हैं। इसलिए उन्होंने निगम अध्यक्ष से बैठक के दौरान शफीक हीरा के फुटेज निकालने की माँग की है।
मुद्दों से भटकी बैठक
शहर में हाल ही में हुई बारिश से शहर में जलप्लावन की समस्या देखने को मिली। इसके अलावा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था ठप्प हो गई। जिसको लेकर निगम में दोनों आरोप से आरोप प्रत्यारोप चल रहे थे। इस बीच पार्षद शफीक हीरा ने जिस तरह से पत्रक अध्यक्ष और महापौर को दिए उसे लेकर बैठक में एक नया मोड़ आ गया। बैठक शहर विकास कार्य के मुद्दों से भटककर पत्रक में थूक लगाने की बात पर पहुँच गई।