जबलपुर कलेक्टरेट में आज एक ऐसा अनोखा मामला देखने को आया कलेक्टर दीपक सक्सेना के द्वारा प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ जो मुहिम चलाई जा रही है इस मुहिम के तहत स्नेह नगर जबलपुर के चौधरी मदर केयर हर सेकेंडरी स्कूल के द्वारा कलेक्टर की आदेशों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है चौधरी मदर केयर हर सेकेंडरी स्कूल के एक चौथी क्लास के बच्चे को स्कूल प्रबंधन के द्वारा स्कूल से भगा दिया गया साथी बच्चों के अभिभावकों ने आज कलेक्टर साहब से शिकायत करते हुए बताया कि उनके बच्चे को स्कूल से भागने का जब कारण पूछा गया तो स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने 2 साल कोरोना कल के समय की फीस नहीं दी है जबकि मध्य प्रदेश शासन और केंद्र सरकार के द्वारा कोरोना कल भी 2 साल किसी भी स्कूल में बच्चों की फीस नहीं ली गई है साथी बच्चों को बगैर परीक्षा दिए प्रमोट कर दिया गया उसके बावजूद अब कोरोना का समाप्त होने के बाद बच्चों के परिजनों में स्कूलों को बाकायदा प्रतिमा के हिसाब से फीस चुकता की है लेकिन अब बच्चों को स्कूल से इस तरह भाग रहे हैं और परिजनों को पूछने पर यह कहा जा रहा है कि तुम्हारी जो फीस 2 साल से दिए हो वह कोरोना कल के समय की कोरोना कल में मध्य प्रदेश शासन और केंद्र सरकार के द्वारा किसी भी स्कूल में कोई फीस नहीं दी गई जिसकी सरकार पुलिस ने कलेक्टर से किया और न्याय की गुहार लगाइए जिसकी शिकायत आज रमाकांत प्रसाद ने अपने बच्चे हनी पाल को स्कूल से भगाए जाने की शिकायत कलेक्टर से किया इसके पहले भी कलेक्टर महोदय को शिकायत दी गई लेकिन चौधरी मदर केयर हर सेकेंडरी स्कूल के द्वारा कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और अपनी मनमई करते हुए तानाशाही जा रही है