जबलपुर। जबलपुर में तहसीलदार, पटवारी सहित 7 लोगों के खिलाफ जमीन धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज होने के बाद प्रदेशभर के तहसीलदारों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल में 1400 से अधिक तहसीलदार, नायब तहसीलदार और एसएलआर शामिल हैं। इसके चलते प्रदेश के 52 विभागों के काम प्रभावित हो रहे हैं। इनमें नामांतरण, बंटवारा, ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र और नक्शा तरमीम जैसे महत्वपूर्ण राजस्व कार्य शामिल हैं।
हड़ताल का कारण जबलपुर के तहसीलदार हरि सिंह धुर्वे की गिरफ्तारी को बताया जा रहा है, जिन पर वसीयत नामांतरण में गड़बड़ी का आरोप है। मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के अध्यक्ष गुलाब सिंह बघेल ने इस कार्रवाई को गलत ठहराते हुए तहसीलदार को न्यायिक संरक्षण देने की मांग की है। जांच में यह सामने आया है कि तहसीलदार और पटवारी ने मिलकर फर्जी वसीयत के आधार पर जमीन का षड्यंत्र रचा और गलत तरीके से इसे अपने नाम करने की कोशिश की। इस धोखाधड़ी के खुलासे के बाद तहसीलदारों ने प्रदेशभर में काम बंद कर दिया, जिससे आम जनता के कई अहम काम ठप हो गए हैं।