भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ उखरी स्थित पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के विजय नगर संभाग कार्यालय में पहुंचे। बिजली बिल में गड़बड़ी और शिकायतों को अनुसनी करने की बात कहते हुए हंगामा किया। इसी दौरान सहायक यंत्री के व्यवहार से रुष्ट कुछ युवक उनके केबिन में घुस गए। जहां, विवाद के बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट की स्थिति बन गई।
एमपी के जबलपुर में तेज गर्मी और बार-बार बिजली कटौती की लगातार शिकायत के बाद समस्या का समाधान नहीं होने से आक्रोशित लोग उग्र हो गए। बिजली कंपनी की अव्यवस्था और अधिकारियों के अभद्रता से आक्रोशित भीड़ ने सहायक यंत्री के केबिन की कुर्सियां फेंक दीं। मेज पलटा दी। कार्यालय में तोड़फोड़ की। पुलिस, बिजली कंपनी के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हस्तक्षेप किया।
बिजली कंपनी के नगर परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विजय नगर संभाग में गत कई दिनों से विद्युत आपूर्ति बार-बार बाधित हो रही थी। स्थानीय लोग मासिक बिजली बिल में भी विसंगति की शिकायत कर रहे थे। स्थानीय लोगों का आराेप है कि उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा था।सहायक यंत्री इमरान खान असंयत उत्तर देते थे। निरंतर शिकायतें मिलने पर बुधवार को कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर स्थानीय जन उखरी स्थित बिजली कंपनी के कार्यालय गए। जहां, बातचीत के दौरान बिजली कंपनी के अधिकारियों के रवैये से सभी रुष्ट हो गए। आरोप-प्रत्यारोप, कहासुनी के बीच तनातनी इतनी बढ़ गई कि मारपीट की नौबत आ गई।
कार्यालय छोड़कर भागे अधिकारी-कर्मी
बिजली कंपनी के अधिकारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस भी हुई। दोनों पक्षों की ओर से शब्दों की सीमा लांघ दी गई। गरमा-गरमी के बीच बिजली कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी भी शब्दों की सीमा लांघ गए।
अभद्रता से स्थानांतरण की मांग करने लगे
सहायक यंत्री की अभद्रता से लोग इतने रोष में आ गए कि तुरंत उनके स्थानांतरण की मांग करने लगे। इस बीच भीड़ ने तोड़फोड़ करने का प्रयास किया। तब बिजली कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी वहां से भाग गए।
विधायक, नगर अध्यक्ष ने मौके पर पहुंचकर समझाया
हंगामा बढ़ने की सूचना पर स्थानीय विधायक अभिलाष पांडे और भाजपा नगर अध्यक्ष प्रभात साहू भी मौके पर पहुंचे। तब तक भारी पुलिस बल भी उखरी बिजली कार्यालय पहुंच गया। दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं और भीड़ से बातचीत की। लेकिन कोई कुछ सुनने तैयार नहीं था।
प्रदर्शनकारी अधिकारी के विरुद्ध कारवाई की मांग कर रहे थे काफी देर तक समझाने के बाद लोग शांत हुए। घटना को लेकर विद्युत वितरण कंपनी का कोई पक्ष उपलब्ध नहीं हुआ है। इधर, नगर भाजपा ने तोड़फोड़ के आरोप निराधार बताया है। भाजपा नेताओं ने अधिकारी की अभद्रता के कारण हंगामे की स्थिति निर्मित होने का आरोप लगाया है।