जबलपुर। सोमवार को शहर में एक अजीम मामला सामने आया, यहां सड़क हादसे में घायल युवक के मृत होने के बाद उसके जिंदा होने की खबर ने सबको चौका दिया है। खास बात यह है कि युवक को रविवार को मृत घोषित किया गया था सोमवार को पीएम में ले जाने से पूर्व वह जिंदा हो गया और देर रात उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। खास बात यह है कि अंतिम संस्कार के पहले जो युवक जिंदा हुआ था उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।
शनिवार को हुआ था सड़क हादसे में घायल
सराफा निवासी सुमित सोनी शनिवार को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी स्थिति को अति गंभीर बताते हुए उसे ‘ब्रेन डेडÓ घोषित कर दिया। परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा चैक करने पर मृतक घोषित किए जाने पर युवक को मृत समझ लिया। जिसे पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया था, इसी बीच परिवार वालों ने युवक के अंतिम संस्कार की तैयारी भी शुरू कर दी। युवक की मौत की सूचना फैलते ही स्वजन और पड़ोसियों ने अंतिम संस्कार का स्थान और समय तय कर लिया। दुख प्रकट करने के लिए लोग युवक के घर पहुंचने लगे। इसी बीच अस्पताल से खबर आई कि युवक अभी जीवित है। इस अप्रत्याशित सूचना से सभी स्तब्ध रह गए और अंतिम संस्कार की तैयारियों को रोक दिया गया। कल देर रात तक युवक को मेडिकल में इलाज जारी था इसी बीच उसकी मौत हो गई।
अखबार में छपा शोक संदेश
निजी अस्पताल द्वारा युवक को मृत घोषित किए जाने से सराफा व्यापारियों में शोक व्यापप्त हो गया। इसी बीच एक अखबार में युवक के मृत होने का शोक संदेश छपा। जिसे देखकर सभी को कन्फर्म हो गया कि युवक की मौत हो गई है। लेकिन इस बीच युवक के जिंदा होने की सूचना ने सबको चौका दिया।
देर रात इलाज के दौरान मौत
पीएम के पहले जिंदा हुए सुमित सोनी को आनन फानन में मेडिकल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। कल दोपहर से ही उसकी हालत गंभीर थी। इसी बीच कल रात को फिर सूचना मिली कि सुमित की मौत हो गई है।